बिहार: आयकर विभाग की तरफ से छापेमारी की कार्रवाई एमएलसी राधाचरण साह और उनके सहयोगी अशोक कुमार के बिहार समेत दूसरे राज्यों में स्थित सभी ठिकानों पर पूरी हो गयी परंतु इनके ठिकानों से दस्तावेजों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि इसे जांच कर तुरंत लाना संभव नहीं था।
इस वजह से इन दोनों के पांच ठिकानों पर पीओ (प्रोटेक्टिव ऑर्डर) लगा दिया है। इसमें राधाचरण साह के पटना स्थित पटेल नगर रोड-8 में मौजूद आवास एवं आरा स्थित घर, अशोक कुमार का पटना के बोरिंग रोड में मौजूद घर एवं कार्यालय समेत पांच ठिकाने शामिल हैं। इन सभी ठिकानों को सील कर दिया गया है।
इन्हें आयकर विभाग की टीम बाद में कभी आकर खोलेगी और अंदर रखे सभी दस्तावेजों की जांच कर इन्हें सीज कर अपने साथ ले जाएगी। फिलहाल इन ठिकानों को कोई दूसरा नहीं खोल सकता है। इन सभी दस्तावेजों की जांच के बाद इनके खिलाफ टैक्स चो’री का आंकड़ा बढ़ने की संभावना है। अब तक की जांच में 225 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चो’री पकड़ी जा चुकी है।
तीन दिनों तक इन दोनों के 17 ठिकानों पर चली आयकर की सघन छापेमारी में बड़ी संख्या में फर्जी बिल के अलावा कच्चे पर बालू का कारोबार करने से संबंधित कागजात और अन्य कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं। इन सभी की जांच एक बार में करना संभव नहीं होने की वजह से इन्हें इसी स्थान पर सील करके पीओ जारी करते हुए छोड़ दिया गया है। कुछ दिनों बाद आयकर की टीम आकर इन दस्तावेजों की फिर से जांच करेगी और संबंधित जरूरी दस्तावेजों को जब्त करेगी। इस छापेमारी में आयकर ने दो एफआईआर भी दर्ज करायी है। एक बिहटा और दूसरा पटना के बुद्धा कॉलोनी थाना में।
बिहटा वाली एफआईआर में अशोक कुमार और उनके बेटे जीवन कुमार को अभियुक्त बनाते हुए पूरी कार्रवाई में सहयोग नहीं करने एवं आयकर के बुलाने पर भी सामने नहीं आने का आरो’प लगाया गया है, जबकि बुद्धा कॉलोनी में दर्ज करायी गयी एफआईआर में अशोक कुमार के कुछ कर्मियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इन पर साक्ष्यों को फेंकने और छिपाने का आ’रोप है।
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