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श’राब से दूसरे राज्यों में भी हुई है मौ’त, नीतीश बोले- मानवाधिकार आयोग की जांच सिर्फ बिहार में क्यों?

पटना: बिहार में छपरा जह’रीली श’राब मामले को लेकर अब मानवाधिकार की टीम मशरक पहुंच चुकी है। यहां यह टीम अपने तरीकों से एक- एक पहलू की जांच करेगी। मालूम हो कि, सरकारी डाटा के अनुसार यहां अबतक 43 लोगों की जान गई है।  जबकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह आकड़ा 80 पार कर चुकी है। जिसके बाद इस पुरे मामले को लेकर बिहार के विपक्षी दलों द्वारा मुआवजा देने की मांग की जा रही है।  इस मांग को लेकर आज पुरे प्रदेश में एकदिवसीय धरना का भी आयोजन किया गया है। जिसके बाद अब इस पुरे मामले को लेकर सीएम ने एकबार फिर से अपना मंसूबा साफ़ कर दिया है।

दरअसल, राजधानी पटना से सटे पटना सिटी इलाके के गुरुद्वारा पहुंचे बिहार के सीएम ने छपरा कांड को लेकर कहा कि, शरा’बबंदी को लेकर विपक्ष जो हं’गामा कर रही है वह गलत है। जब सबकी सहमति से शरा’बबंदी लागु हुई है तो फिर इसका विरो’ध करना कहीं से भी उचित हो ही नहीं सकता है।

इसके साथ ही यदि कोई गंदा और जह’रीली श’राब पीकर मर’ता है तो इसको तो और अधिक प्रचारित करने की जरूरत है कि यदि इस तरह से पियोगे तो म’रोगे। मुझे तो यह समझ नहीं आता है कि देश के कौन सा हिस्सा में शरा’ब पीकर लोग नहीं म’र रहे हैं।  इसके आलावा मानवाधिकार टीम की जांच को लेकर कहा कि, उनको जरा संविधान को जानने की जरूरत है।

हर चीज़ को अच्छे से समझने की जरूरत है उनको यह समझना चाहिए कि यह जो शराबबंदी कानून लागु है वो किसका अधिकार है। इसको लेकर संविधान में सबकुछ साफ़ है। यदि जांच की टीम यहां आयी है तो उसको अन्य राज्यों में भी जाना चाहिए। उनको तो यह देखंना चाहिए कि, अन्य राज्यों की तुलना में यहां सबसे कम मौ’त हुई है। हमलोग तो खुद इस घटना की जांच कर रहे हैं। इसको लेकर लोगों को सुझाव देने का नहीं काम किया जा रहा है।

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