अररिया : कहावत है पुत्र कुपुत्र हो सकता है, लेकिन माता कभी कुमाता नहीं हो सकती। ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है फारबिसगंज के नवटोलिया वार्ड नंबर 12 की हैं।
जहां अपने इकलौते पुत्र के दीर्घायु होने और परिवार के लिए एक मां ने लोक आस्था का महापर्व छठ किया, भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर घर लौटीं। लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिस बेटे के लिए उन्होंने ये व्रत किया, वही उनकी ह’त्या कर देगा। आ’रोपी शख्स को पुलिस ने मां की ह’त्या के आ’रोप में गिर’फ्तार कर लिया है।
छठ पूजा से लौटते ही बेटे ने कर दी मां की ह’त्या
घ’टना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची फारबिसगंज थाना पुलिस ने मृ’तका 65 वर्षीया समली देवी का श’व क’ब्जे में लिया, आरो’पी पुत्र नीरज पासवान को गिर’फ्तार कर लिया। आ’रोपी बेटे ने अपनी मां की ह’त्या लकड़ी के एक बड़े टुकड़े से ह’मला कर किया। घ’टना के संदर्भ में बताया जाता है कि समली देवी और विद्यानन्द पासवान के बेटे नीरज पासवान की दो शादी हुई थी। जिसमें पहली पत्नी से दो बेटी हैं, जबकि दूसरी पत्नी से एक भी बच्चा नहीं है।
ससुर से वि’वाद, बीचबचाव में चली गई मां की जा’न
वहीं मृ’तका समली देवी को चार बेटी के साथ एक बेटा नीरज ही है। नीरज की दूसरी शादी नरपतगंज के नाथपुर में छह महीने पहले हुई। सोमवार को नीरज के दूसरे ससुराल से उनके ससुर आए थे। उनकी किसी बात पर दामाद नीरज पासवान से विवा’द हुआ। हं’गामा बढ़ रहा था इसी दौरान उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद समली देवी भी घर आई थी।
पुलिस ने आरो’पी बेटे को किया गि’रफ्तार
बताया जा रहा कि समली देवी ने मामले में बीच बचाव की कोशिश की। तभी बेटे ने गुस्से में एक लकड़ी के टुकड़े से उन पर प्र’हार कर दिया। अचानक हुए वा’र से समली देवी की मौके पर ही मौ’त हो गई। सूचना के बाद फारबिसगंज थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेन्दु, एसआई नगेन्द्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भिजवाया। वहीं पुलिस ने आरो’पी पुत्र को गिर’फ्तार कर लिया है। आरो’पी नीरज पासवान दिहाड़ी मजदूर है।
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