बिहार के मधेपुरा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) का सरकारी मोबाइल फोन चो’री होने के मामले में सवालों के घेरे में आए हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे को क्लीन चिट मिली है. कोशी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे के निर्देश पर सुपौल एसपी के नेतृत्व में की गई जांच में अमरकांत चौबे को क्लीन चिट दे दी गई है. हालंकि डीआईजी शिवदीप लांडे के द्वारा इस प्रकरण में हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे को लाप’रवाही बरतने के आरो’प में निलंबन के लिए मुख्यालय को लिखा गया है.
बता दें कि पिछले दिनों एक कॉलगर्ल सप्लायर महिला ने वीडियो बनाकर हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे के सरकारी आवास पर लड़की लेकर जाने का दावा किया था. वीडियो में महिला ने हेडक्वार्टर डीएसपी पर लड़की मंगाने के बाद पैसा नहीं देने का आरो’प लगाया था. साथ ही उसने लड़की के द्वारा तकिया के नीचे से मोबाइल फोन चो’री कर ले जाने की भी बात कही थी. सोशल मीडिया में उसका यह वीडियो वायरल हो गया था.
वीडियो वायरल होने के बाद कोशी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे ने सुपौल एसपी के नेतृत्व में जांच टीम गठित की थी. जांच में महिला के आरो’पों को गलत बताया गया. हालांकि, जांच में महिला पर हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे के आवास से मधेपुरा के एसपी का सरकारी मोबाइल चो’री की बात सामने आई है.
इस मामले में पुलिस की छवि को धूमिल करने और वीडियो बनाने वाले पुलिस पदाधिकारी सहित चार कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. मधेपुरा सदर एसडीपीओ अजय नारायण यादव पर यह वीडियो वायरल करने का आरोप है.
डीआईजी शिवदीप लांडे ने सदर एसडीपीओ अजय नारायण यादव के निलंबन सहित विभागीय कार्रवाई के लिऐ भी लिखा है. इसके अलावा, डीआईजी ने जांच रिपोर्ट में क्लीन चिट दिये गए हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे को कार्य में ला’परवाही के लिए निलंबन के लिए भी मुख्यालय को लिखा है.
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