समस्तीपुर में स्वर्ण व्यवसाई रघुवीर स्वर्णकार की ह’त्या के आज 10 दिन पूरे हो गए ,इस दौरान भाजपा नेताओं का रोज यहां जमघट लगा रहा। पुलिस भी नेताओं की आवभगत में लगी रही लेकिन अब तक इस मामले में एक भी बद’माशों की गिर’फ्तारी नहीं हो पाई। जबकि नेताओं के पहुंचने पर पुलिस जल्द कार्रवाई की बात कहती रही। अब तक बद’माशों की गिर’फ्तारी नहीं होने से पुलिस के प्रति लोगों का आक्रो’श बढ़ता जा रहा है। क्योंकि इस मामले में पी’ड़ित परिवार की ओर से नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। बावजूद नामजद पुलिस पकड़ से बाहर हैं।
हालांकि एसपी हृदय कांत का कहना है कि इस मामले में मुख्यालय डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में एसआईटी काम कर रही है। बदमाशों की गिर’फ्तारी के लिए बद’माशों के मोबाइल टावर लोकेशन से लेकर अन्य वैज्ञानिक अनुसंधान किए जा रहे हैं। चुकी मामला भाजपा नेता की हत्या का है इसलिए पुलिस फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है।
केंद्रीय मंत्री समेत प्रतिपक्ष के नेता तक आ चुके हैं गांव
स्वर्ण व्यवसाई की हत्या के बाद इस मामले को भाजपा मुद्दा के रूप में उठाया है घटना के तुरंत बाद प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा के अलावा राज सभा सांसद सुशील मोदी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ,केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ,पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी समेत कई भाजपा नेताओं का यह दौरा हो चुका है। नेताओं के दौरे के कारण स्थानीय पुलिस उनकी आवभगत में ही लगी रह जाती है। नेताओं को सीमा से लाना और सीमा से बाहर तक छोड़ना उनकी जिम्मेवारी हो जाती है।
पुलिस के पदाधिकारियों का दावा है कि लगातार नेताओं के घट’नास्थल पर आने के कारण पुलिस ह’त्या के बिंदु पर सही से काम नहीं कर पा रहे हैं चुकी नेताओं के आने से मौके पर पुलिस के नहीं रहने पर नेता और भड़क जाते हैं।
सदर डीएसपी को मामले से रखा गया है अलग
हत्या के बाद विवाद होने पर इस मामले में संदिग्ध माने गए खानपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष दिल कुमार भारती को लाइन हाजिर कर दिया गया, जबकि सदर डीएसपी एस फखरी को इस कां’ड से अलग रखा गया है। विवाद और विरोध को देखते हुए एसपी ने इस मामले की जांच की जिम्मेवारी मुख्यालय डीएसपी अमित कुमार को दी है।
बता दें कि बीते 27 अगस्त की देर शाम स्वर्ण व्यवसाई रघुवीर स्वर्णकार की बद’माशों ने उस समय गो’ली मा’रकर ह’त्या कर दी थी, जब वह अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे।
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