पटना: पीएमसीएच समेत राज्य के सभी 9 मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर काम पर लौट गए हैं और स्वास्थ्य व्यवस्था बहाल हो गई है.
दरअसल, स्टाइपेंड में बढ़ोतरी की मांग को लेकर बिहार भर के जूनियर डॉक्टर 4 दिनों से हड़ताल पर थे. जिससे ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप थी.
हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने जूनियर डॉक्टरों को वार्ता के लिए बुलाया, जहां स्वास्थ्य सचिव के साथ पीएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक और जूनियर डॉक्टरों की बैठक हुई.
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जूनियर डॉक्टरों की मांग को जायज बताते हुए आश्वासन दिया है कि आगामी कैबिनेट की बैठक में स्टाइपेंड बढ़ोतरी पर मुहर लगेगी और मांगें पूरी कर दी जाएंगी. इस आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टरों ने एकजुट होकर काम पर लौटने का फैसला किया.
बता दें कि जूनियर डॉक्टरों को अभी स्टाइपेंड के रूप में mbbs करने के दौरान 15 हजार रुपए मासिक मिल रहे हैं, जबकि ये 35 हजार देने की मांग कर रहे हैं.
हड़ताल की वजह से पीएमसीएच ओपीडी में रोजाना मात्र 200 मरीज देखे जा सके, जबकि सामान्य हालत में यहां 4 हजार मरीज देखे जा रहे थे.
दरअसल, जूनियर डॉक्टरों ने रजिस्ट्रेशन काउंटर ही बंद कराकर रखा था और धरना दे रहे थे. इससे पहले भी एम्स और igims की तर्ज पर स्टाइपेंड बढ़ोतरी को लेकर हड़ताल हुई थी, लेकिन मांगों पर विचार नहीं किया गया था. जबकि नियम के मुताबिक हर 3 साल पर स्टाइपेंड में बढ़ोतरी होनी चाहिए.
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