राजधानी पटना में शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों के प्रदर्शन और पि’टाई के मामले पर बिहार की सियासत गर्मा गई है। नीतीश सरकार में वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सोमवार को शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा किए गए प्रदर्शन के लिए बीजेपी को निशाने पर लिया।
उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को जान-बूझकर बाधित करने वाले शिक्षक अभ्यर्थी हो ही नहीं सकते। जिस ढंग से हाथ में तिरंगा लेकर प्रदर्शन किया गया, वह बीजेपी की साजिश लग रही है।
मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि जो अभ्यर्थी सातवें चरण की शिक्षक बहाली की मांग कर रहे हैं उन्हें धैर्य रखना चाहिए। जब वह शिक्षा मंत्री थे, तब भी यह कहा था कि अभी छठा चरण चल रहा है। इसके पूरा होने के बाद रिक्तियों का आकलन कर ही सातवां चरण शुरू किया जा सकता है।
मंत्री ने कहा कि उग्र प्रदर्शन और कानून-व्यवस्था को बाधित करने के बाद स्थिति पर नियंत्रण के क्रम में अभ्यर्थियों को जो चोटें लगी हैं, वह अच्छी बात नहीं है। अभ्यर्थियों को इस बात से संतोष होना चाहिए कि जिलाधिकारी इसकी जांच करवा रहे हैं।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
पटना के डाकबंगला चौराहे पर सोमवार को शिक्षक अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान कुछ प्रधर्शनकारियों के हाथ में तिरंगा भी था। पुलिस ने उन्हें काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
इस मामले में पटना डीएम चंद्रशेखर ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने पटना सेंट्रल एसपी और उप विकास आयुक्त की टीम से दो दिन में रिपोर्ट मांगी है।
Be First to Comment