बिहार के पटना स्थित फुलवारीशरीफ में पीएफआई के मिशन-2047 और गजवा-ए-हिन्द के जेहादी माड्यूल के खुलासे के बाद मोतिहारी के अली असगर उर्फ अब्दुल्लाह बिहारी की आतं’की गतिविधियों में संलिप्तता ने सबको चौंका दिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिर’फ्तार अली असगर बहुत ही क’ट्टर स्वभाव का है और भारत के खि’लाफ जेहाद छेड़ने की मुहिम में वह आतं’की संगठन जेएमबी के साथ मिलकर काम कर रहा था।
एनआईए ने 19 जुलाई को ढाका के सिसवनिया के मदरसा में छापेमारी की थी। वहां से अली असगर को पहले हिरासत में लिया फिर उसकी गिर’फ्तारी हुई। एनआईए के मुताबिक असगर लोगों को जेहाद के लिए भड़का’ता था। इसके लिए वह नफ’रत भरे पोस्ट तैयार करता और ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उसे अलग-अलग ग्रुप में पोस्ट करता था। ऐसा करने के पीछे उसका मकसद लोगों के बीच नफरत फैलाना और जेहाद के लिए तैयार करना था।
गिरफ्तार असगर के तार बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन (जेएमबी) से जुड़े हैं। एनआईए के मुताबिक भोपाल में इसी वर्ष अप्रैल में जेएमबी के लिए काम करने वाले छह संदिग्धों को गिरफ्तार गया था, जिसमें तीन बांग्लादेशी नागरिक हैं। यह ग्रुप देश में जेएमबी का फैलाव करने और युवाओं को भारत के खिलाफ जेहाद के लिए उकसाने में लगा था।
पीएफआई के जुड़े दो और संदिग्धों को रिमांड पर लेगी पुलिस
पीएफआई से जुड़े संदि’ग्ध व झारखंड से रिटायर दारोगा मो. जलालुद्दीन व लखनऊ से गिर’फ्तार वकील नुरुद्दीन जंगी को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। इसके लिए शुक्रवार को पुलिस की ओर से एसीजेएम अरविंद कुमार सिंह की अदालत में आवेदन दिया गया।
एसीजेएम ने दोनों संदिग्धों को दो दिन यानी 48 घंटे की पुलिस रिमांड पर लेने की अनुमति प्रदान कर दी। रिमांड की अवधि शनिवार की दोपहर तीन बजे से शुरू होगी। रिमांड पर लेने के बाद पुलिस दोनों संदिग्धों से पीएफआई द्वारा देश में हिंसा फैलाने की रची गई साजिश, उससे जुड़े लोगों व अबतक किए गए देश विरोधी कार्यों की जानकारी हासिल कर सबूत जुटाएगी।
पीएफआई के फरार संदिग्धों की तलाश में 10 जिलों में छापेमारी
फुलवारी से देश में हिंसा फैलाने के मामले में पीएफआई व एसडीपीआई से जुड़े 23 संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें पटना समेत बिहार के 10 जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी करने में जुटी हैं। इस कड़ी में शुक्रवार को भी एसआईटी ने पटना के गांधी मैदान स्थित एग्जीबिशन रोड, फुलवारीशरीफ समेत नालंदा, सारण, दरभंगा, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर आदि जिलों में कई ठिकानों पर छापेमारी की। एटीएस भी फुलवारी में देर तक डटी थी। संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए की जा रही छापेमारी की पुष्टि एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लो ने की है।
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