शरा’बबंदी : मुजफ्फरपुर शहर में शरा’ब ज’ब्ती व धं’धेबाजों पर नके’ल क’सने पर मुख्यालय सख्त है। इसको लेकर कड़े निर्देश जारी है, लेकिन उत्पाद एवं म’द्य निषेध विभाग की तरफ से शरा’ब धं’धेबाजों पर नकेल कसने की दिशा में धरातल पर कार्रवाई की गति धीमी दिख रही है। 31 दिनों में 2,393 छा’पेमारी की गई, लेकिन फिर भी शरा’ब की सप्लाई चेन नहीं टूट रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, डीएम ने उत्पाद एवं म’द्य निषे’ध के अधीक्षक व एसएसपी को निर्देश दिया कि जहां भी शरा’ब बनाने की संभावना का पता चलता है, उन सभी क्षेत्रों में लगातार छा’पेमारी कर किसी भी संभावना को समाप्त करें।
डीएम ने निर्देश दिया कि पूर्व से चिह्नित सभी चेकिंग प्वाइंट पर नियमित तौर पर वाहनों की जांच करें। ब्रेथ एनालाइजर से जांच अभियान चलाएं। श’राब पीने वाला व्यक्ति जब पक’ड़ाया तो उसकी निशानदेही पर स’प्लायर को प’कड़ा जाए।
ख़बरों के मुताबिक, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग की तरफ से मार्च के 31 दिनों के अंदर 1076 छापे’मारी की गई, मगर 102 अभियोग ही दर्ज किए गए। इस कार्रवाई में 51 श’राब पीने वाले प’कड़े गए। इसके अलावा 42 धं’धेबाज, 17 होम डिलीवरी करने वालों को व छह अन्य को गिर’फ्तार किया गया। गिर’फ्तार इन सभी 116 आरो’पितों को जेल भेजा जा चुका है। इन सभी के ठिका’ने से मि’लावटी 322 लीटर व वि’देशी 398 लीटर शरा’ब ज’ब्त की गई। इस दौरान तीन वाहन भी ज’ब्त किए गए।
मार्च के 31 दिनों में जिला पुलिस की तरफ से 1,317 जगहों पर छा’पेमारी दर्शाई गई। इस कार्रवाई में कुल 356 मामले दर्ज किए गए। इनमें 774 आरो’पितों को गिर’फ्तार किया गया। 4,429 लीटर श’राब व 29 वाहन ज’ब्त किए गए। गिर’फ्तार आरोपि’तों में शरा’ब पीने वाले 302, बेचने वाले 150, होम डिलीवरी करने वाले 317 व पांच अन्य शामिल हैं।
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