राजस्थान के भरतपुर के कामा कस्बे में रहने वाले 23 वर्षीय मयंक खंडेलवाल ने अपने गले की न’सों को का’टकर तालाब में छलां’ग लगा दी। जिससे उसकी मौ’त हो गई। मृ’तक छात्र ने बीएससी पास कर ली थी और कॉम्पटीशन की तैयारी में जुटा हुआ था। वहीं युवक द्वारा आत्मह’त्या करने के बाद उसके परिजन हतप्र’भ रह गए हैं, क्योंकि घर में सब कुछ अच्छा चल रहा था और किसी तरह का कोई झग’ड़ा भी नहीं था।
इस घट’ना के बाद परिजन यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर ऐसी क्या परिस्थितियां आ पड़ी कि मयंक को आत्मह’त्या करनी पड़ी। मयंक ने सुसा’इड नोट में मां की रोक-टोक को जिम्मेदार ठह’राया है।
मयंक ने सुसा’इड नोट में लिखा, ‘मैं खुद भी बहुत परे’शान हो चुका हूं, आप लोगों को भी बहुत परे’शान कर रहा हूं। मेरे ख्वाब शायद मेरी पहुंच से बहुत दूर थे। मम्मी, सच बताऊं तो मैं आपकी रोक-टोक से ही बहुत प’रेशान था, इसलिए किसी से बात करने का मन नहीं करता था। मैं इतने दिनों से आपसे बात नहीं कर रहा था, उसका कारण रोक टोक और पेपर का टें’शन ज्यादा था। मम्मी आप बोलती थी कि मैं पूरा-पूरा दिन बात करता हूं और मैं घूमने के बहाने बात करने जाता था, यह सब गलत था। अब मेरा मन खुद से भी बहुत भर गया है और सो सॉरी।’
मयंक ने आगे लिखा, ‘मैं आपके सपनों को पूरा नहीं कर पाया, मुझे माफ कर देना। हाथ जोड़कर विनती है कि मेरे जाने के बाद कोई जांच-पड़’ताल मत करना और ना ही अपने ऊपर और किसी के ऊपर कोई आरो’प लगाना। सन्नी, मेरे जाने के बाद मम्मी-पापा का ख्याल रखना और प्लीज मेरी तरफ से बिल्कुल भी परे’शान मत करना। लव यू सो मच मम्मी पापा।’ सन्नी मृ’तक का छोटा भाई है।
कामा थाना प्रभारी ने बताया कि सूचना मिली थी कि किसी युवक ने आत्मह’त्या कर ली है। पुलिस मौके पर पहुंची और तालाब से श’व को निकालकर पोस्टमा’र्टम कराया गया व परिजनों को सौंपा गया। एक सुसा’इड नोट भी मौके से मिला है जिसकी जांच की जा रही है।
मृत’क के मामा ने बताया कि मयंक खंडेलवाल पढ़ने में बहुत होशियार था। उसने बीएससी पास कर ली थी और सरकारी नौकरी के लिए कॉम्पटीशन की तैयारी कर रहा था। मयंक का पिता सब्जी मंडी में सब्जी की दुकान चलाता है। घर में किसी भी प्रकार का झग’ड़ा नहीं था सभी शांति से जी रहे थे। मयंक ने आत्मह’त्या क्यों की, यह बात किसी की समझ में नहीं आ रही है ।
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