दुनिया के कुछ देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भारत सरकार देश की वयस्क आबादी को वैक्सीन का बूस्टर डोज देने पर विचार कर रही है। इसके लिए वैक्सीन डोज की उपलब्धता बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो सरकार ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि बूस्टर डोज निःशुल्क होगा या नहीं।
कोविड-19 वैक्सीन के बूस्टर डोज पर सरकार यह विचार ऐसे समय में कर रही है जब वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। चीन और यूरोप समेत दक्षिण-पूर्व एशिया के देश इसमें शामिल हैं। भारत में अभी तक कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज के लिए सिर्फ फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले नागरिक पात्र हैं।
वहीं सरकार ने 12-14 वर्ष की आयु वाले बच्चों के वैक्सीनेशन को मंजूरी दे दी है। सरकार ने यह फैसला कई राज्यों में स्कूल के खुल जाने के कुछ सप्ताह बाद किया है। भारत में सोमवार को कोविड-19 के 1549 केस दर्ज किए गए हैं। वहीं दुनिया के कुछ देशों में कोरोना महामारी के मामलों में तेज उछाल आया है।
इसके अलावा भारत में अब तक कोरोना वैक्सीन की 180.80 करोड़ डोज वितरित की जा चुकी हैं।वहीं वैक्सीन की करीब 2.17 करोड़ डोज इसके लिए पात्र आबादी को लगा दी गई हैं। वहीं अमेरिका और यूरोप में नागरिकों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज देने की तैयारी चल रही है।
बता दें कि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट BA.2 के कारण दुनिया के कई देशों में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़े हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने इस सब वेरिएंट को ज्यादा संक्रामक बताया है। हालांकि यह ज्यादा गं’भीर नहीं बताया जा रहा है। भारत में भी कई डॉक्टर्स ने कोरोना की चौथी लहर की आशंका जाहिर की है।
Be First to Comment