मधुबनी जिले के तीन प्रखंडों मधवापुर, बेनीपट्टी और बिस्फी में बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। दो प्रखंडों में तो स्थिति यहां तक पहुंच गयी है कि अब वहां आने-जाने का साधन केवल नाव ही रह गया है।
जिले की अधवारा समूह की थुमहानि, खिरोई, कोकरा, धौंस, बछराजा और रातो नदियां पूरे उफान पर हैं। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में रूक-रूक कर हो रही बारिश लोगों की नींद और चैन छीन चुका है।
इसके बाद भी स्थिति यह है कि लोगों की ओर प्रशासन या सरकार का कोई ध्यान नहीं है। गांवों में सरकार की तरफ से अब तक नाव की व्यवस्था भी नहीं करायी जा सकी है।
मधवापुर प्रखंड के झटियाही के पास पुपरी सड़क सहित एक दर्जन गांवों में पानी भरा है। वहीं बेनीपट्टी के खासियाघट, गुलरिया टोल, सोइली, हथियारवा, करहरा सहित एक दर्जन पंचायत, वहीं बिस्फी प्रखंड में धौंस नदी के उछलने से प्रखंड के एक दर्जन से ज्यादा पंचायतों में पानी भरा है।
इस कारण अधिकतर ग्रामीण सड़के बाढ़ की चपेट में आने से निजी नाव ही लोगों के आवागन का साधन बना हुआ है। लोगों की माने तो जिला प्रशासन से अबतक न तो नाव मिला, न ही कोई सहायता इसको लेकर पीड़ितों में आक्रोश व्याप्त है।
Be First to Comment