ओमप्रकाश दीपक
मुजफ्फरपुर। भाई-बहन का स्नेह वाले त्योहार रक्षाबंधन 22 अगस्त को है। जैसे-जैसे त्योहार करीब आ रहा है। राखी की मांग बाजार में बढ़ रही है। बहनों को मनमोहने के लिए रंग-बिरंगे खुबसूरत एक से बढ़कर एक डिजाइन वाले राखी से बाजार पट गया है।
रेशम की डोरी, चमचमाते मोती, स्टोन, नग एवं जड़ी से बने राखी बहनों को खुब लुभा रहा है। नन्हें-मुन्नें के लिए टेडीबियर वाले राखी आये है। पश्चिम बंगाल के कोलकता से विभिन्न कम्पनियों के बने राखी यहां के बाजार में बिक रही है। गत वर्ष कोरोना महामारी को लेकर व्यापार चौपट था। इसबार बेहतर होने की उम्मीद कारोबारी कर रहे है। थोक बाजार में जहां एक से बीस के बीच कीमत है। वहीं खुदरा बाजार में दो रुपये से लेकर डेढ़ सौ रुपये के बीच राखी उपलब्ध है।
बाजार की हालायत यह है कि जितना पैसा खर्च करो वैसा खुबसूरत राखी पायो की स्थिति बनी हुई है। इस समय थोक मंडियों में खुदरा दुकानों की मांग अधिक हो रही है। खुदरा दुकानदार अभी माल का स्टॉक कर रहे है। एक दो दिनों में खुदरा दुकानदारों के यहां राखी की मांग में उफान आयेगा।
शहर के प्रमुख छाता बाजार में राखी की थोक मंडी है। थोक में पश्चिम बंगाल के कोलकता से व्यापारी राखी लाकर यहां खुदरा दुकानदारों को उपलब्ध करा रहे है। मंडी में ऊॅ, शुभ, रानी, श्री, श्याम, गणेश, रिया आदि कम्पनियों के बने कम एवं ऊंचे कीमत वाले खुबसूरत राखी आये है।
छाता बाजार स्थित मिन्टू स्टोर के मो.फिरोज ने बताया कि पिछले साल तो कोरोना महामारी के कारण व्यापार चौपट हो गया था। इसबार तो पानी ने व्यापार पर पानी फेर दिया है। ऊॅ, रानी एवं शुभ कम्पनी के बने राखी 12 रुपये से लेकर 84 रुपये दर्जन के बीच बिक्री कर रहे है।
विनोद राखी भंडार के विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि स्टोन, नग वाले खुबसूरत राखी है। थोक में राखी एक रुपये से लेकर बीस रुपये प्रतिपीस की दर से बिक्री कर रहे है। खुदरा व्यापारी अनंत पटेल ने बताया कि पांच रुपये से लेकर डेढ़ सौ रुपये के बीच राखी उपलब्ध है। दस से पचास रुपये के बीच वाले राखी की मांग अधिक है।
Be First to Comment