सीतामढ़ी: बिहार के कड़क कहे जाने वाले अधिकारी केके पाठक बिहार की शिक्षा व्यवस्था की दशा और दिशा सुधारने में लगे हैं। बिहार की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद में लगे हैं।
इसी क्रम में सीतामढ़ी में एक ऐसा स्कूल है जहां कुल तीन शिक्षक थे जिनमें एक शिक्षक और एक महिला शिक्षक लंबी छुट्टी पर चले गए। इसके बाद बचे एक वह भीं 30 सितंबर शनिवार को रिटायर हो गए हैं।
इसके बाद यहां पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक को चिंता सता रही है कि मंगलवार से बच्चों को पढ़ाएगा कौन। इधर शनिवार को जब शिक्षक रिटायर हुए हैं उससे पहले किसी नए शिक्षक को स्कूल नहीं भेजा गया था और ना ही छुट्टी पर गए शिक्षक वापस लौटे हैं।
सीतामढ़ी के इस स्कूल में जहां छात्रों को पढ़ाने के लिए स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है। वहीं गया में एक स्कूल में कुल तीन बच्चों का दाखिला है। इन तीन बच्चों को पढ़ाने के लिए दो शिक्षक आते हैं। इसके साथ ही बच्चों के मिड डे मिल बनाने के लिए एक रसोइया भी तैनात है। यह अनोखा स्कूल खिजरसराय प्रखंड के मनसा बिगहा गांव में है।
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