भाई-बहनों के स्नेह व प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन बेहद करीब आ चुका है. राखी के त्योहार में एक सप्ताह से भी कम का समय बचा हुआ है. रक्षाबंधन के दिन भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनें पूरी तैयारी में जुटी हैं. भाई भी बहन को गिफ्ट देने के लिए मार्केट के चक्कर काट रहे हैं. ऐसे में पटना के बाजारों में दुकानदारों ने राखियों और तोहफों से अपनी दुकानें सजा ली हैं. वैसे तो दुकानों पर कई तरह की राखियां आपको देखने को मिल जाएंगी, लेकिन इस बार फेसबुक व इंस्टाग्राम के साथ ही पीएम मोदी वाली राखियों ने धूम मचा रखी है।
पटना के बाजार में इस समय कई तरह के डिजाइन वाली राखियां बिक रही हैं. इनमें रुद्राक्ष की राखी, चांदी की राखी की अच्छी-खासी डिमांड है. वहीं बच्चों को कार्टून कैरेक्टर जैसे छोटा भीम, डोरेमॉन, मोटू- पतलू, बार्बी, टेडी बियर, यूनिकॉर्न वाली राखियां खूब पसंद आ रही हैं. इसके साथ ही बच्चों में ऑनलाइन गेम के क्रेज कू देखते हुए इस बार बाजारों में पबजी वाली राखियां भी दिख रही हैं. जो बच्चों को आकर्षित कर रही है।
बाजर में राखियों की कई तरह की वैराएटी उपलब्ध है. वहीं अगर इनकी कीमतों की बात करें तो 10 रुपए से लेकर हजारों तक है. सोने और चांदी से बनी राखियों की कीमत सबसे अधिक है. चांदी की नक्काशी वाली राखियों की कीमत 800 से हजार रुपये तक है तो वहीं सोने से बनी राखियों की कीमत एक लाख रुपये तक है. हालांकि इन राखियों की बिक्री बहुत कम है. वहीं लाइट वाली राखियां 50 से 100 रुपये तक में बिक रही हैं. बच्चों को आकर्षित कर रही कार्टून वाली राखियां भी 25 से 50 रुपये तक के रेंज में उपलब्ध है।
बदलते दौर में बहनों को गिफ्ट भी आधुनिक पसंद आने लग है. मिठाई की जगह इंपोर्टेड चॉकलेट, आभूषण की जगह टैब, मोबाइल, स्कूटी आदि पसंद आ रही है. जहां भाई पहले अपनी बहनों के लिए पर्स, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, फोटो फ्रेम , घड़ी आदि खरीदा करते थे. वहीं अब एटीएम बॉक्स, महंगी टॉफी आदि ज्यादा पसंद की जा रही है.
भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक का पर्व है रक्षाबंधन
रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. सदियों से विश्वास किया जाता है कि सावन माह की पूर्णिमा तिथि को बहन से राखी बंधवाने से हर विपदा से निजात मिल जाती है. बहनें भी भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उनसे आजीवन रक्षा करने का वचन लेती है. वहीं भाई भी बहन की रक्षा के लिए बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं।
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