सहरसा: सहरसा के महिषी प्रखंड के कोसी नदी के किनारे स्थित प्रसिद्ध व लोक देवता बाबा कारू खिरहर मंदिर में चार वर्ष पूर्व प्रशासन के द्वारा सील दान पेटी का ताला मंगलवार को खोला गया. इस दौरान सदर एसडीओ सह मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष के निर्देश पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सह सीओ देव नंदन सिंह भी वहां मौजूद रहे. उपस्थिति में खोला गया. एक दान पेटी को खोलकर उससे निकले राशि की गिनती प्रशासनिक चाक चौबंद व्यवस्था में कल से ही की जा रही है. बता दें कि दानपेटी खुलने के बाद मंदिर कमिटी के सचिव,अध्यक्ष और महंत उपाध्यक्ष सभी कार्यालय में कल से ही नोटो की गिनते में लगे हैं.
दानपेटी से निकली राशि में लाखों रुपये का नोट सड़ा गला है जिसे बैंक भी लेने से इंकार कर रहा है. बता दें कि वर्ष 2019 में स्थानीय मन्दिर कमेटी के विवाद के कारण प्रशासन द्वारा मंदिर के सभी आठ दान पेटियों को सील कर दिया गया था. जिसके बाद स्थानीय ग्रामीण एवं मंदिर न्यास समिति गठन के बाद पिछले एक वर्ष से न्यास समिति के सदस्यों द्वारा प्रशासन से दान पेटी खोलने के लिए पत्र लिखकर कई बार आग्रह किया गया, लेकिन प्रशासन के द्वारा समय पर संज्ञान नहीं लिया गया. विगत वर्ष दो दान पेटी खोलकर लाखों की राशि बैंक खाते में जमा करवाई गई. उस समय भी नोटों की हालत अच्छी नहीं थी. लाखों नोट को बैंक ने लेने से इंकार कर दिया था.
हालांकि एक बार फिर एक वर्ष के बाद कल एक दानपेटी खुली जिसमे सारे राशि में से लाखों नोट सड़े गले निकले है. जिसे बैंक लेने से इंकार कर रहा है. उसके बाबजूद नोटो की गिनती कल से बदस्तूर जारी है और अभी कुल पांच दानपेटी का खुलना बाकी है. वहीं मंदिर कमिटी के सचिव का कहना है कि कई बार सदर एसडीओ सह मंदिर न्यास कमिटी के अध्यक्ष को लिखित आवेदन दिया लेकिन उन्होंने समय पर दानपेटी खुलवाने की पहल नहीं की. जिसके कारण मंदिर के कार्य में तो लगातार कठिनाई का सामना करना पड़ा ही. उसके साथ ही बिलंब से दानपेटी खुला तो लाखों के राशि सड़ गलकर बर्बाद हो गया.
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