Press "Enter" to skip to content

बिहार: पद्मश्री सुधा वर्गीज को बेगूसराय पुलिस ने हिरासत में लिया, इस मामले में दर्ज बयान डिलीट कर किया रिहा

बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में होली के दिन 7 साल की नाबालिग के साथ हुए रे’प के मामले में पी’ड़िता से मिलने पहुंची चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता और पद्मश्री सुधा वर्गीज को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. जिसके बाद  रात करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ और रेप पीड़िता का मोबाइल में रिकॉर्ड किया गया बयान डिलीट करने के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया. मामला साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र का है. जहां सुधा वर्गीज रेप पी’ड़िता से मिलने पहुंची थी. बता दें पुलिस सुधा वर्गीज के साथ चार महिलाओं और दो पुरुषों को भी हिरासत में ले लिया.

International Women's Day: गरीब बच्चों में जगाया शिक्षा का अलख, लोगों से  सुने ताने.. प्रेरणादायी है सुधा वर्गीज की कहानी, story of padma shri  awarded social activist sudha ...

बताया जा रहा है सुधा वर्गीज बुधवार को अपनी टीम के साथ घ’टनास्थल पर पहुंची थीं. वह मुआयना करने के बाद उन्होंने बलिया डीएसपी से भी मुलाकात की. इसके बाद सुधा वर्गीज अपनी टीम के साथ बेगूसराय सदर हॉस्पिटल में एडमिट पी’ड़िता से मिलने पहुंचीं. इस दरमियान वह हॉस्पिटल में पी’ड़िता के बयान रिकॉर्ड कर रही थीं. वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने इस मामले में सुधा और उनकी टीम से पूछताछ की तो दोनों पक्ष आपस में उलझ गए. जिसके बाद पहुंची नगर थाना की पुलिस ने रात करीब नौ बजे सुधा वर्गीज, कंचन वाला, सोनी कुमारी, शाईदा बाड़ी, मनी लाल, मिस होदा और पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता सह पीयूसीएल के राज्य सचिव अशोक कुमार को हिरासत में लेकर महिला थाना ले गई है. 

मामले की सूचना मिलते ही महिला थाना अध्यक्ष अवंती कुमारी थाना पहुंचकर पूछताछ में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि अपनी टीम के साथ पीड़ि’ता से मिलने पहुंची सुधा वर्गीज जब बात करने के बाद वीडियो रिकॉर्ड करने लगी तो पीड़ि’ता को अपने हिसाब से बयान देने के लिए सिखाने लगी. यह देख मौके पर तैनात पुलिस ने परिचय पूछा, जिसके बाद दोनों आपस में उलझ गई. इसके बाद मामला थाना तक पहुंच गया। सदर अस्पताल में मौजूद लोगों ने बताया कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी के साथ-साथ पत्रकारों से भी सुधा वर्गीज एवं उनकी टीम ने धक्का-मुक्की किया, इसके बाद मामला और अधिक उलझ गया है।

वहीं सुधा वर्गीज टीम के अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा हम लोगों का मोबाइल जांच किया गया साथ ही रिकॉर्ड किए गए वीडियो भी डिलीट किया गया, सभी का आधार कार्ड जबरदस्ती लिया गया और साथ साथ गाली गलौज भी किए गए. सदर डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि पीड़िता को बहकाने को लेकर सुधा वर्गीज की टीम को थाना में डिटेन कर पूछताछ कर छोड़ दिया गया.

Share This Article
More from ADMINISTRATIONMore posts in ADMINISTRATION »
More from BEGUSARAIMore posts in BEGUSARAI »
More from BIHARMore posts in BIHAR »
More from PoliticsMore posts in Politics »
More from STATEMore posts in STATE »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *