बिहार में हाल के दिनों में छपरा और वैशाली में जहरी’ली श’राब से मौ’त का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि पटना में पैसे लेकर शरा’ब त’स्कर को पुलिसकर्मियों द्वारा छोड़े जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है.
राजधानी के दीदारगंज चेक पोस्ट पर 7 अगस्त को शराब तस्कर फिरोज आलम को पुलिसकर्मियों ने 20 बोतल शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन पुलिसिया कार्रवाई के बाद शराब तस्कर को छोड़ने के लिये मोल जोल होने लगा. मामला 30 हज़ार पर सेटल हो गया और उसे छोड़ दिया गया.
इसी बीच पुलिसकर्मियों में पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद बढ़ा और तस्कर ने ही गुप्त सूचना पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को दे दी. पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने इस पूरे मामले की जांच करवाई तब मामला सही पाया गया.
एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए 5 सिपाहियों विजय पासवान ,अमरेंद्र कुमार, राज कुमार, लक्ष्मण कुमार और विशाल कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए सभी को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया. इन सभी पर अलग से विभागीय कार्रवाई भी चलाने का निर्देश दिया गया है.
इन पांचों सिपाहियों के साथ ही पुलिस ने तस्कर अफरोज और दलाल प्रमोद कुमार और गुगल पे से सिपाही को 10000 रुपए देने के आरोप में विकास कुमार को गिरफ्तार कर लिया. विकास को भी जेल भेज दिया गया है. पुलिस द्वारा इस मामले में एक स्कूटी, 20 बोतल विदेशी शराब के साथ ही लक्ष्मण के पास से 10000 नगद जब्त किया गया है. मामले का भंडाफोड़ तब हुआ जब तस्कर से एक सिपाही ने 10000 रुपए मांगकर खुद रख लिया.
सिपाहियों ने शराब तस्कर को छोड़ने के 50 हजार रुपए की डिमांड की थी लेकिन सौदा 39 हज़ार में तय हुआ था. एक सिपाही को जब इस बात का पता चला कि लक्ष्मण ने 10 हज़ार गुगल पे करके ले लिया लेकिन 10000 का हिसाब सिपाहियों को नहीं दिया तब इसी रकम को लेकर पांचों में विवाद पैदा हो गया. फिर तस्कर की पिटाई कर दी, जिसके बाद तस्कर ने ही पुलिस के आलाधिकारियों को सभी हकीकत बयां कर दी.
Be First to Comment