महंत दर्शन दास महिला महाविद्यालय में बीआरएबीयू शिक्षक संघ की बैठक आयोजित हुई. इसमें नवनियुक्त सिंडिकेट के सदस्यों, अकादमिक परिषद् के सदस्यों और बुस्टा के पदाधिकारियों का स्वागत किया गया.

सभी शिक्षकों से संवाद के जरिए विभिन्न समस्याओं का समाधान खोजा गया. सीनेट एवं सिंडिकेट सदस्य डॉ प्रमोद कुमार ने कहा कि शिक्षक की अनेक समस्याएं हैं. सबको संगठित होना पड़ेगा. अपने आत्म गौरव और विश्वास को बढ़ाना होगा. मुखर होकर अपनी समस्याएं रखनी होंगी.


महाविद्यालय बुस्टा अध्यक्ष डॉ विनीता झा ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षक के अकादमिक विकास में ही विश्वविद्यालय का विकास है. सिंडिकेट सदस्य सत्येन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था छात्र केंद्रित हो.


सिंडिकेट सदस्य डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता ने कहा कि शिक्षक का तीन ही काम है – अध्यापन, अनुसंधान और मूल्यांकन. डॉ जयकांत सिंह जय ने कहा कि छात्र के कारण ही शिक्षक का महत्त्व है.


वहीं डॉ सौरभ राज ने कहा कि शिक्षक और छात्र के बीच संवाद कायम रहना चाहिए. इस दौरान डॉ राकेश कुमार, डॉ राकेश रंजन, डॉ कुमारी सरोज, डॉ किरण झा, डा. निशि कांति ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

Be First to Comment