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यहां अनुशासन पर रहती है खास नजर

केंद्रीय विद्यालय में अन्य स्कूलों की तरह अनुशासन पर ध्यान दिया जाता है। वहीं, सैनिक स्कूल में खास तरह के अनुशासन का पालन होता है। यहां सख्त अनुशासन और नियमित दिनचर्या होती है। सुबह की ड्रिल, यूनिफॉर्म का सख्त पालन और मिलिट्री एटिकेट रोज दिन का हिस्सा होते हैं।

केंद्रीय विद्यालय या सैनिक स्कूल में सभी तरह के बच्चे दाखिला ले सकते हैं। लेकिन दोनों ही स्कूल एक खास वर्ग से आने वाले बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन देने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है। केंद्रीय विद्यालय में मुख्य रूप से केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को दाखिला दिया जाता है। यहां किताबी शिक्षा के साथ साथ छात्रों को एक्सट्रा-करिकुलर एक्टिविटीज में शामिल किया जाता है।

वहीं, सैनिक स्कूल में हर तरह के छात्र पढ़ाई करते हैं। सैनिक स्कूल का मुख्य उद्देश्य होता है छात्रों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) और भारतीय नौसेना अकादमी (INA) के लिए तैयार करना। यहां पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद, सैन्य प्रशिक्षण और अनुशासन पर फोकस किया जाता है।

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