केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने बिहार की मधुबनी पेंटिंग वाली साड़ी पहनकर बजट पेश किया। पद्मश्री दुलारी देवी ने उन्हें यह साड़ी गिफ्ट दिया था। उनका मकसद चाहे जो भी हो पर इस साड़ी का क्रेज बढ़ गया। उद्योग विभाग और बिहार राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के तत्वावधान में सोमवार को खादी मॉल मुजफ़्फरपुर में मधुबनी पेंटिंग युक्त साड़ी प्रदर्शन सह बिक्री केंद्र का उद्घाटन किया गया। इसका उद्घाटन जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने रेड रिबन फीता काटकर किया। यह प्रदर्शनी 17 से 23 फरवरी 2025 तक चलेगा। जिसमें राज्यभर के मिथिला पेंटिंग कारीगरों द्वारा निर्मित उत्कृष्ट मधुबनी साड़ियों का प्रदर्शन और बिक्री होगी।
इस मौके पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि हाल ही में मुजफ्फरपुर में खादी मॉल का शुभारंभ हुआ है, जहां आये दिन मधुबनी साड़ियों एवं खादी उत्पादों को बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए बोर्ड द्वारा इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में उचित कीमतों पर विभिन्न प्रकार की मधुबनी साड़िया उपलब्ध हैं। यहां 599 से 50,000 रुपए तक के साड़ियों का संग्रह प्रदर्शित किया गया है। जिसमें बिहार की प्रसिद्ध तसर सिल्क, घीचा सिल्क, और मलबेरी सिल्क साड़ियों पर लाइव डेमो के माध्यम से मधुबनी कला की पेंटिंग की जा रही है।जिलाधिकारी ने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को सीधा मंच प्रदान करना है। बिहार की पारंपरिक मधुबनी कला को व्यापक पहचान दिलानी है। इस प्रदर्शनी में ग्राहक अपनी पसंद की साड़ी पर कस्टमाइज्ड पेंटिंग भी करवा सकते हैं, जिससे यह कला अधिक व्यक्तिगत और विशेष बन सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रदर्शनी में बिहार के विभिन्न जिलों से आए कलाकार लाइव डेमो के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। जिससे ग्राहक सीधे कारीगरों से मधुबनी साड़िया खरीद सकते हैं।इससे कारीगरों को सीधा और अधिक लाभ मिलेगा और उनकी आजीविका को बढ़ावा मिलेगा।
जिला खादी ग्रामोद्योग पदाधिकारी रिजवान खान ने बताया कि इसके साथ ही मॉल में खादी उत्पादों पर 50 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट भी दी जा रही है। मॉल के अलावा, बिहार एम्पोरियम (पटना और दिल्ली), खादी मॉल (पटना) और अन्य आउटलेट्स पर भी मधुबनी साड़ियों की प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है।
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