बिहार में मानसून के दस्तक देते ही बागमती नदी उफान पर आ गई है. सोमवार की सुबह से ही जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा. इससे मधुबन प्रताप घाट पर नदी की उपधारा पर बना चचरी पुल बह गया. इससे औराई प्रखंड के दक्षिणी इलाके के करीब एक दर्जन पंचायतों के 50 हजार से ज्यादा लोगों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया.

चचरी पुल टूटने के बाद अब ग्रामीणों को औराई जाने के लिए रुन्नीसैदपुर होते हुए करीब 30 किलोमीटर लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा, जो पहले सिर्फ 5 किलोमीटर था. इससे लोगों का समय और पैसे दोनों ज्यादा खर्च होंगे.



बताया जा रहा है कि, जब जलस्तर अचानक बढ़ा, उस वक्त महुआरा गांव के एक युवक मोहम्मद अजमल की बाइक चचरी पुल पर फंस गई थी. स्थानीय लोगों ने किसी तरह बाइक को बाहर निकला. किस्मत अच्छी रही कि पुल बाइक निकलने के बाद टूटा, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. वहीं, अतरार घाट पर बने दूसरे चचरी पुल पर भी तेज बहाव का असर देखा गया. कई बांस और बल्ले पानी के साथ बह गए हैं, जिससे यहां भी लोगों का आना-जाना पूरी तरह बंद हो गया है.



मधुबन प्रताप घाट पर सोमवार दोपहर से नाव चलने लगी है. वहीं, अतरार घाट पर मंगलवार से नाव परिचालन शुरू होने की उम्मीद है. अंचलाधिकारी गौतम कुमार सिंह की माने तो, ग्रामीणों की सुविधा के लिए सरकारी नावें चलाई जाएंगी ताकि लोगों को राहत मिल सके.




खबर की मुताबिक, अतरार, अमनौर, महेशवारा, सरहंचिया, बसंत, डीहजीवर समेत एक दर्जन पंचायतों के लोग सीधे प्रभावित हुए हैं. फिलहाल, इन गांवों के लोग परेशान हैं और प्रशासन से जल्द वैकल्पिक रास्ता या सुविधा की मांग कर रहे हैं.
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