MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : बिहार में चुनाव की सिया’सी बिसात पर जीत-हा’र के दा’वों के बीच बा’गियों के ते’वर भी देखने लायक हैं. अपने दल से मा’यूसी मिली तो कई नेता बागी बनकर दूसरे दल में चले गए या निर्द’लीय ही चुनावी अखा’ड़े में अपना भा’ग्य आज’माने कूद पड़े. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के मद्देनजर प्रदेश में दो बातें बेह’द मह’त्वपूर्ण रूप में सामने आ रही हैं. पहला यह कि प्रदेश में अलग-अलग कई मो’र्चों के चुनावी मैदान में आने के साथ ही विभिन्न दलों या गठबं’धनों के बागी उम्मी’दवारों के लिए भरपूर विक’ल्प भी मौजूद हैं.
इस क्रम में काँटी विधानसभा सीट से हैदर आजाद ने टिकट क’टने के बाद राजद का दा’मन छोड़ दिया और सभी पदों से इस्ती’फा दे दिया. उन्होंने अपना त्या’ग पत्र राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भेज दिया. उन्होंने राजद द्वारा उपेक्षा का आ’रोप लगाते हुए कहा कि -आखिर ऐसी क्या मज़’बूरी हो गई की स’क्रिय रूप से राजद का कार्यकर्त्ता होने के बावजूद टिकट से वं’चित कर दिया गया. उन्होंने कहा की व्यक्ति को टिकट दिया गया है जो न तो क्षेत्र के हैं और न ही पार्टी के.
टिकट क’टने से उनका दर्द छलक गया. हर परिस्थि’तियों में एक सक्रि’य कार्यकर्त्ता के रूप में अपनी सश’क्त भूमिका निभाने वाले एक पुराने कार्यकर्ता की अनदे’खी और उपे’क्षा का मला’ल उनके चेहरे पर स्प’ष्ट दिख रहा था. उन्होंने कहा की लगातार 20 वर्षों से हर परिस्थि’तियों में पार्टी का दा’मन थामे रखा और पार्टी के लिए और क्षेत्र की जनता के लिए सेवक बन कर कार्य करता रहा. उन्होंने बताया की बा’ढ़ से लेकर कोरो’ना काल के दौरान लॉ’क डाउन अवधि में क्षेत्र की जनता का सेवा करता रहा. राष्ट्रीय अध्यक्ष के जन्मदिन के मौके पर काँटी में म’हाभोज का आयो’जन करवाया.
उन्होंने बताया कि रिम्स में मुलाकात के दौरान लालू प्रसाद यादव ने आश्वा’सन दिया था की चुनाव की तयारी करो, राजद से काँटी के लिए मैं ही उम्मीदवार रहूँगा. पर कुछ बिचौ’लियों और छुटभै’ये नेताओं के कारण मेरा टिकट का’टा गया और ऐसे व्यक्ति को टिकट मिला जो न तो क्षेत्र का है और न पार्टी का. काँटी विधानसभा क्षेत्र के लिए कई दा’वेदार मैदान में थे, पर बाहरी को टिकट दिया गया. तेजस्वी यादव ने भी कहा की सर्वे के आधार पर टिकट का बं’टवारा होगा. सर्वे का कोई मायने मतलब, कोई आ’धार नहीं रहा. तेजस्वी यादव ने भी आश्वा’सन दिया था की काँटी क्षेत्र के प्रबल दा’वेदारों की बैठक के उपरांत ही टिकट दिया जायेगा, पर उन्होंने भी छ’ल किया.
उन्होंने पार्टी पर विश्वा’सघा’त करने का आ’रोप लगाते हुए रघुवंश प्रसाद सिंह का हवा’ला देते हुए कहा कि पार्टी में पुराने लोगों की उपे’क्षा की जा रही है वहीं नए चेहरों को तर’जीह दी जा रही है. उन्होंने कहा जनता सब सम’झ रही है, अब सारा फै’सला क्षेत्र की जनता पर छो’ड़ दिया है. बता दें की बा’गियों ने बीजेपी, जेडीयू के साथ राजद की बेचैनी भी बढ़ा दी है. राजद को छोड़ जदयू में आए चंद्रिका राय, प्रेमा चौधरी, जयवर्धन यादव, महेश्वर यादव, फराज फातमी, अशोक कुमार से पार्टी को झटका लगा है. दूसरी तरफ संजय प्रसाद, पूर्व विधायक विजेंदर यादव जदयू के टिकट पर चुनाव ल’ड़ रहे हैं. गरखा के सिटिंग विधायक मुनेश्वर चौधरी जाप में जा चुके हैं. फुलवारी शरीफ, बनमनखी, शिवहर में भी राजद को पुराने नेताओं का वि’रोध झेलना पड़ रहा है. कई नेताओं को तो दूसरी पार्टी से टिकट भी मिल चुका है.
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