नेपाल में लगातार हो रही जबरदस्त बारिश के बाद उत्तर बिहार की नदियों में उफान है। विभिन्न नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है। कोसी, बागमती, कमला बलान, महानंदा, परमान नदी सोमवार को लाल निशान को पार कर गयीं तो गंडक नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर के पार चला गया है। गंगा नदी पटना के दीघाघाट से लेकर भागलपुर तक लगातार ऊपर बढ़ रही है।
जल संसाधन विभाग के अनुसार, महानंदा का जलस्तर पूर्णिया में खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर पहुंच गया है। जबकि, बागमती सीतामढ़ी में खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर और कोसी सुपौल में 52 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गयी है। इसी तरह कमला बलान मधुबनी में 50 सेमी जबकि परमान नदी पूर्णिया में खतरे के निशान से 45 सेंमी ऊपर बह रही है। इन सबका जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है। बागमती मुजफ्फरपुर में चेतावनी स्तर के ऊपर पहुंच गयी है।
उधर, कोसी नदी में तेज उफान है। सोमवार की सुबह नदी का जलस्तर नेपाल भाग में लाल निशान के ऊपर था जो शाम होते-होते बिहार में भी खतरे के निशान को पार कर गया। बराह क्षेत्र में जबरदस्त बारिश के बाद वीरपुर बराज पर नदी का जलस्तर 1.82 लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया। इसके बाद नदी का जलस्तर थोड़ा कम हुआ लेकिन देर रात इसके जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हो गयी।
इसी तरह गंडक नदी वाल्मीकिनगर बराज पर 52 हजार क्यूसेक के ऊपर पहुंच गया है। इसके जलस्तर में भी शाम से ही वृद्धि हो रही है। गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद गोपालगंज में इसका जलस्तर चेतावनी स्तर के ऊपर पहुंच गया। अगले 12 से 24 घंटे में इसके खतरे के निशान को पार कर जाने की संभावना है।
बीते 20 दिनों में तीसरी बार कटिहार में महानंदा नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर के पार गया है। हालांकि सभी तटबंध और स्पर सुरक्षित है, लेकिन फिर भी इंजीनियरों द्वारा निगरानी की जा रही है। वहीं ठाकुरगंज प्रखंड की कुकुरबाघी पंचायत के बूंद नदी पर बने पुल के घसने के कारण भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
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