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पप्पू यादव के समर्थन में खड़े हुए आनंद मोहन, कहा- ‘कांग्रेस ने एक नेता का करियर बर्बाद कर दिया’

पटना: पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन पप्पू यादव के समर्थन में खड़े हो गए हैं। उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर पुत्र मोह का शिकार हो जाने का आरो’प लगाया है। आनंद मोहन ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि पार्टी ने एक नेता का करियर बर्बाद कर दिया। दरअसल पप्पू यादव  पूर्णिया  से चुनाव मैदान में उतरने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए थे। लेकिन राजद ने इस सीट पर बीमा भारती को टिकट दे दिया। बीमा भारती हाल ही में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को छोड़कर आरजेडी में शामिल हुई। आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद हाल ही में जदयू में शामिल हुईं और शिवहर से चुनाव लड़ने वाली हैं। उनके पुत्र चेतन आनंद शिवहर के विधायक हैं। कभी एक दूसरे के जानी दुश्मन रहे आनंद मोहन और पप्पू यादव के बीच इन दिनों अच्छे संबंध हैं।

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आनंद मोहन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को पप्पू यादव के मुद्दे पर स्टैंड लेने की जरूरत थी। लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पाई। वहीं लालू प्रसाद यादव नहीं चाहते कि बिहार में कोई दूसरा युवा नेतृत्व उभरे। उन्होंने लालू प्रसाद पर पुत्र मोह में फंसे होने का आरोप लगाया।  आनंद मोहन ने कहा कि पप्पू यादव के प्रकरण से कांग्रेस ने खुद को बिहार में अप्रासांगिक बना लिया है। कांग्रेस ने अगर पप्पू यादव को अपनी पार्टी में शामिल किया और उनकी पार्टी का विलय करा लिया तो स्टैंड लेने की हिम्मत दिखाना चाहिए था। कांग्रेस के नेताओं ने उनका करियर बर्बाद कर दिया। लालू जी अपने पुत्र मोह में नहीं चाहते हैं कि कोई दूसरा युवा नेतृत्व बिहार में आगे बढ़े।

बिहार की राजनीति में आनंद मोहन और पप्पू यादव के बीच अदावत का दौर कभी भूला नहीं जा सकता। आनंद मोहन फॉरवार्ड समाज का झंडा थामे लालू सरकार का विरोध करते बिहार की राजनीति में काफी आगे निकले। इसी दौर में पप्पू यादव बैकवार्ड तबके की राजनीति करते हुए आनंद मोहन के कट्टर विरोधी बन गए। कोसी इलाके में दोनों बाहुबलियों के बीच बंदूक वाली लड़ाई की खबरें अक्सर सुर्खियां बनती। लेकिन कालक्रम में दोनों नेता लंबे समय के लिए जेल चले गए। आनंद मोहन की बेटी की शादी में लंबे अर्से बाद दोनों फिर से दोस्त बन गए।

पप्पू यादव ने चार अप्रैल को पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मे अपना नामांकन दाखिल कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का आशीर्वाद उन्हें प्राप्त है। वे कभी कांग्रेस को नहीं छोड़ेंगे। इसके साथ लालू यादव और तेजस्वी को नसीहत दिया कि नफरत की राजनीति नहीं करें। उन्होंने दावा किया पूर्णिया की जनता ने उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है। जनता ही जीत दिलाएगी। जबकि कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा है कि पप्पू यादव नामांकन वापस ले लें। पार्टी किसी को निर्दलीय लड़ने की इजाजत नहीं देती।

 

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