मकर संक्रांति धार्मिक और आध्यात्मिक चेतनाओं की जागृति का पर्व है, जो भारत में धूम-धाम से मनाया जाता है। इस बार मकर संक्रांति को लेकर विशेष स्थिति बनी हुई है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस बार 14 जनवरी का पूरा दिन और रात बीत जाने के बाद 14 और 15 जनवरी की मध्यरात्रि में 2 बजकर 44 मिनट पर 15 जनवरी की सुबह पौने तीन बजे सूर्य का मकर राशि में प्रवेश होगा। इस बार 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पुण्यकाल नहीं होगा लेकिन 15 जनवरी को सूर्योदय से पहले प्रातः पौने तीन बजे सूर्य का मकर राशि में प्रवेश हो जाएगा। सूर्योदय मकर राशि में होंगे। इसलिए मकर संक्रांति का पर्व और पुण्यकाल 15 जनवरी को ही मान्य होगा।
मकर संक्रान्ति शुभ मुहूर्त
- मकर संक्रान्ति पुण्य काल – 06:57 ए एम से 05:35 पी एम, 15 जनवरी
- अवधि – 10 घण्टे 38 मिनट्स
- मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल – 06:57 ए एम से 08:43 ए एम, 15 जनवरी
- अवधि – 01 घण्टा 46 मिनट्स
- मकर संक्रान्ति का क्षण – 02:54 ए एम
- अभिजित मुहूर्त- 11:54 ए एम से 12:37 पी एम, 15 जनवरी
मकर संक्रांति का पुण्यकाल 15 जनवरी को ही मान्य होगा। 15 जनवरी को सुबह लगभग 7:18 बजे सूर्योदय होगा और सूर्योदय से संक्रान्ति का पुण्यकाल आरम्भ हो जाएगा। ज्योतिषाचार्य के अनुसार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जाएगी। 14 जनवरी को रात आठ बजकर 43 मिनट पर मकर संक्रांति शुरू होगी और 15 जनवरी की सुबह छह बजकर 47 मिनट से शुरू होकर शाम पांच बजकर 40 मिनट तक रहेगी। सूर्य उदय का काल 15 जनवरी को पड़ रहा है। इसलिए 15 जनवरी को ही मकर संक्रांति मनाई जाएगी।
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