बिहार छात्र संघ द्वारा चार वर्षीय बीएड के अनेक माँगो को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। बीते दिन परीक्षा का परिणाम आया जिसमें संस्कृत विषय में लगभग 95% छात्र-छात्राओं को प्रमोट तथा फ़ेल कर दिया गया। चार वर्षीय बीएड का अभी तक जितनी भी परीक्षा हुई है उन सभी में छात्रों को एक भी सेमेस्टर का अंक पत्र नहीं दिया गया है।अकेडमी कैलेंडर जारी करने के लिए, प्रैक्टिकल परीक्षा के नाम पर अवैध रूप से 3500 रुपया वसूली एवं अन्य कई मांगों को लेकर विश्वविद्यालय में जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया है।
बिहार छात्र संघ प्रदेश अध्यक्ष करण सिंह ने कहा कि परीक्षा परिणाम जारी करने में प्रत्येक वर्ष पेंडिंग किया जाता है इस बार संस्कृत विषय में 95 प्रतिशत से भी अधिक छात्रों को प्रमोट कर दिया गया है, विश्वविद्यालय की लापरवाही का नतीजा छात्रों को भुगतना पड़ता है, विश्वविद्यालय दलालों का अड्डा बन चुका है इस पर कुलपति को कार्रवाई करनी चाहिए, यदि जल्द से जल्द मांगे नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन छात्र आंदोलन होगा।
जिला महामंत्री ओमप्रकाश ने कहा कि 4 वर्ष इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स में महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय के द्वारा छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कॉलेज द्वारा प्रैक्टिकल के नाम पर अवैध वसूली किया जाता है तथा छात्रों द्वारा पैसा नहीं देने पर नंबर काट लिया जाता है। जिससे छात्र काफी परेशान है। इसी विरोध में विश्वविद्यालय से बिहार छात्र संघ की मांग है कि इस तरह मनमानी करने वाले कॉलेज के ऊपर ठोस कार्रवाई की जाए। मौक़े पर जिलाध्यक्ष राजा बाबु, जिला उपाध्यक्ष रोहित सिंह अंकेश, जिला महामंत्री ओमप्रकाश, विवेक पटेल, उज्ज्वल, अनुपम, मुकेश, राजू, मंटू एवं अन्य छात्र नेता मौजूद थे।
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