पटना: पूर्व सांसद आनंद मोहन गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर मिलने पहुंचे। आरजेडी सांसद मनोज झा के राज्यसभा में की गई ठाकुरों वाली टिप्पणी पर हुए विवाद के बाद सीएम नीतीश और आनंद मोहन की यह पहली मुलाकात है। इसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। बता दें कि आनंद मोहन और उनके बेटे आरजेडी विधायक चेतन आनंद ने मनोज झा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे आनंद मोहन पटना के 1 अणे मार्ग स्थित सीएम आवास पहुंचे। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। दोनों के बीच बहुत देर तक बातचीत हुई। हालांकि, अभी तक दोनों नेताओं की ओर से इस मुलाकात का उद्देश्य नहीं सार्वजनिक किया गया है। माना जा रहा है कि इनके बीच ठाकुर विवाद और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई है।
नीतीश सरकार ने इसी साल जेल नियमावली में बदलाव कर आनंद मोहन की जेल से रिहाई का रास्ता साफ कराया था। गोपालगंज के डीएम रहे जी कृष्णैय्या के मामले में आनंद मोहन को आजीवन कारावास हुआ था। उनकी समय से पहले ही रिहाई पर सियासी हंगामा भी हुआ। रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई हुई है।
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक राजपूत वोटबैंक को साधने के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने आनंद मोहन को जेल से बाहर निकलवाया। आनंद मोहन की गिनती बिहार के बाहुबली नेताओं में होती है। कोसी क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है। जेल से छूटने के कारण वे फिलहाल चुनाव तो नहीं लड़ सकते हैं लेकिन महागठबंधन उसका फायदा इलेक्शन में उठा सकता है। हालांकि, ठाकुर विवाद के बाद उनके बीजेपी में जाने की अटकलें भी लगने लगीं। फिलहाल आनंद मोहन किसी भी पार्टी में नहीं हैं।
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