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पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिनों ने रखा निर्जला व्रत, कुंवारी कन्याओं ने भी मनचाहे वर के लिए रखा व्रत

हरतालिका तीज पर सुहागिनों ने पति के लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत रखा। बिहार के रोहतास में भी महिलाओं ने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत किया. मान्‍यता है कि हरतालिका तीज व्रत भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। सनातन धर्म में हरतालिका तीज व्रत का विशेष महत्व इस दिन सुहागिन अपने पति के लंबी उम्र की कामना करती हैं और निर्जला व्रत रखती हैं। वहीं हरतालिका तीज का व्रत कुंवारी कन्याएं भी मनचाहे वर प्राप्त करने के लिए रखती हैं।

Today on Teej the married couples decorated the pavilion at home. | आज तीज  की सरगी, कल होगा पारण; पत्नियों ने पति की लंबी उम्र के लिए रखा निर्जला व्रत  - Dainik Bhaskar

रोहतास जिले के डेहरी में हरतालिका तीज को लेकर यहां महिलाओं ने व्रत रखा और विधि विधान से पूजा अर्चना की इसके बाद अमर सुहाग की कामना की सुहागिन महिलाएं बताती है कि तीज का व्रत वह काफी समय से करती आ रही हैं। आज भी उन्होंने निर्जला व्रत किया है, ताकि उनके पति की उम्र लम्बी हो और सुहाग सदा अमर रहें. हरतालिका तीज पत्नी और पति के प्रेम का प्रतीक है. उन्‍होंने बताया कि भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है।

Haritalika Teej 2023: पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिनों ने रखा निर्जला व्रत,  कुंवारी कन्याएं भी मनचाहे वर के लिए मांगी आशीष, teej-fast -celebrated-in-rohtas

पंडित अनिल कुमार पाठक बताते हैं कि मान्यता है कि हरतालिका तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा आराधना का विधान होता है। हरतालिका तीज के दिन शिव पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन गीली मिट्टी से शिव पार्वती और गणेश की प्रतिमा बनाकर सुहागिन महिलाएं उनकी पूजा करते हैं। हरतालिका तीज शादीशुदा महिलाओं यहां तक की कुंवारी लड़कियों के लिए भी खास अहमियत रखता है।

Suhagins keep fast on Karva Chauth pray for husband 39 s long life - सुहागिनों  ने रखा करवाचौथ का व्रत, पति के लंबी उम्र की प्रार्थना की , लोहरदगा न्यूज

जगन्नाथपुर : हरतालिका तीज : पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिनों ने रखा  निर्जला व्रत – Lagatar

हरितालिका तीज की मान्यताः भगवान शिव माता पार्वती व गणेश जी की पूजा का महत्व है। इस दिन निर्जला रहकर महिलाएं व्रत करती हैं। रात में नित्य गीत गाते हुए इस व्रत को करती हैं. हरितालिका तीज व्रत से माता पार्वती की कहानी जुड़ी हुई है। माता गौरी पार्वती रूप में वे शिव जी को पति के रूप में चाहती थी, जिसके लिए माता पार्वती को काफी तपस्या करनी पड़ी थी। उस वक्त पार्वती की सहेलियों ने उन्हें अगवा कर लिया था और इस कारण इस व्रत को हरतालिका कहा गया है।

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