पटना: विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे ग्राम पंचायतों के मुखिया ने बिहार और केंद्र सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। प्रदेश मुखिया संघ के नेतृत्व में 2 अक्टूबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में नीतीश और मोदी सरकार के खिलाफ महापंचायत का आयोजन किया गया है। संघ ने अपनी 19 सूत्री मांगों पर आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है। गांधी मैदान में महापंचायत के बाद आंदोलनरत मुखिया केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह, बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार एवं पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम के आवास का घेराव भी करेंगे।
प्रदेश मुखिया संघ की शुक्रवार को पटना के दारोगा राय पथ में हुई राज्यस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसके तहत पबता दें कि प्रदेश भर के मुखिया ने 16 अगस्त से अपने आंदोलन की शुरुआत की थी।
मुखिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश कुमार राय ने कहा कि प्रथम चरण में प्रखंड एवं जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन और सरकारी कार्यों का बहिष्कार किया गया। इसके बाद सभी दलों के नेताओं, विधायकों एवं विधान पार्षदों को ज्ञापन सौंपकर मांगों के प्रति समर्थन मांगा गया। उन्होंने बताया कि हमारी मांगों का पंचायत सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, प्रखंड प्रमुख, सरपंच एवं ग्राम कचहरी पंचों का भी समर्थन मिल रहा है। पूरे राज्य के पंचायती राज संस्थाओं में कामकाज ठप है। इसके बावजूद सरकार हठधर्मिता का रुख अख्तियार किए हुए है।
मिथिलेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सोलर लाइट योजना एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण का काम पंचायतों से लेकर अन्य एजेंसियों को सौंप दिया है। दूसरी एजेंसियां इन कार्यों को संपन्न कराने में असफल रही है। वित्त आयोगों की अनुशंसा पर मिलने वाली राशि में भी अनवरत कटौती की जा रही है। ग्राम सभा को प्राप्त अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। प्रदेश मुखिया संघ ने शुक्रवार को अपनी 19 सूत्री मांगों पर आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है।
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