मुजफ्फरपुर: ग्रामीण महिलाओं को मैट्रिक पास करने में जीविका मदद करेगी। इसकी शुरुआत खबड़ा स्थित संगम सीएलएफ से हो रही है। जो भी दीदियां आठवीं पास हैं और मैट्रिक व आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं, उन्हें संगम की ओर से 720 रुपये दिये जाएंगे। रजिस्ट्रेशन में लगने वाली शेष राशि दीदी को खुद लगानी होगी। अबतक इसके लिए 50 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराये हैं। यह जानकारी संगम सीएलएफ की मास्टर बुक कीपर मीना देवी ने मंगलवार को सीएलएफ की वार्षिक आमसभा में दी। जीविका की ओर से पहलीबार इतने बड़े पैमाने पर कोई आमसभा हुई, जिसमें सीईओ भी शामिल हों। कार्यक्रम में उपविकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी और प्रशिक्षु आईएएस किसलय कुमार भी शामिल थे।
सीईओ राहुल कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर खासकर संगम सीएलएफ में इतनी नई चीजें होती रहती हैं कि मैं यहां से सीखकर जाता हूं। यहां की योजनाओं को मैं पूरे बिहार के जीविका सीएलएफ में लागू करवाने की कोशिश करता हूं। आपका एआई हट मशरूम उत्पादन के रूप में नजीर बनेगा, जबकि यहां का बैग क्लस्टर पहले से उद्योग के लिए मिसाल बना हुआ है। उन्होंने दीदियों से महिलाओं के स्वास्थ्य और अपने बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि दीदियां खुद भी उन स्कूलों में जाकर देखें कि पढ़ाई हो रही है या नहीं। गर्भवती महिलाओं को बताएं कि कम खर्च में कौन-कौन से आहार वह ले सकती हैं। उन्होंने कहा कि सूबे की दीदियों को पोषण के क्षेत्र में जानकारी देने के लिए उन्हें एम्स में ट्रेनिंग दी गई है। इसलिए इसका लाभ उठाएं। डीडीसी ने कहा कि आप लोगों का काम शानदार है। मैं कई बार इस सीएलएफ में आ चुका हूं। प्रशिक्षु आईएएस किसलय ने कहा कि आप लोगों के बीच मैंने जो भी सीखा है, वह ट्रेनिंग के बाद उपयोग करूंगा।
मौके पर स्वागत गान आशा देवी, संगीता कुमारी और अंजली देवी ने गाया। संगम विद्या निधि के तहत 1.14 लाख का सांकेतिक चेक एनआईओएस को दिया गया। सीईओ राहुल कुमार ने बैग क्लस्टर का भी दौरा किया। वहां दीदियों के बैग उत्पादन और सप्लाई आदि का जायजा लिया। रुचि चौधरी के बेहतर प्रदर्शन को सराहा। मौके पर संचार प्रबंधक राजीव रंजन, विकास कुमार, उद्यमी आशुतोष मंगलम, संजीव कुमार, अमरीन आजाद, रजिया खातून, सीता देवी आदि उपस्थित थे।
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