Press "Enter" to skip to content

मुजफ्फरपुर: द्वारका नाथ हाई स्कूल में राजस्व मंत्री आलोक कुमार मेहता ने श्रावणी मेले का किया उद्घाटन

मुजफ्फरपुर: रविवार को जिला की ओर से द्वारका नाथ हाई स्कूल में श्रावणी मेले का आयोजन किया गया। भूमि सुधार व राजस्व मंत्री आलोक कुमार मेहता ने मेले का विधिवत उद्धघाटन किया। मेले के उद्घाटन के बाद आलोक कुमार मेहता ने कहा कि कैबिनेट की मंजूरी के बाद बाबा गरीबनाथ मंदिर में सावन में आयोजित होने वाले मेले को राजकीय मेला घोषित किया जायेगा। इसकी पहल जल्द ही शुरू की जाएगी। बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद यह बिहार का सबसे बड़ा मेला है। लाखों कावरियां यहां जलाभिषेक के लिए आते हैं।

उद्घाटन में मौजूद मंत्री और अधिकारी

न्यास के अध्यक्ष सह पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने कहा कि गरीबनाथ मंदिर की आय अब एक करोड़ तक पहुंच गयी है। न्यास ने यह व्यवस्था की है कि भक्त सीधे दान की राशि मंदिर के खाता में जमा करा सकते हैं। गरीबनाथ के प्रति लोगों की श्रद्धा बढ़ने से यह शहर न केवल धार्मिक, बल्कि आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा है। मंदिर के विकास के लिए सभी कार्य हो रहे हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन

प्रभारी मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि इस बार सावन दो महीने का है। मंदिर के पुजारी पं.विनय पाठक ने सभी अतिथियों को अंग वस्त्र ओढ़ाया और कहा कि गरीबनाथ बाबा के प्रति लोगों की आस्था देश-विदेश में बढ़ रही है। उद्घाटन के मौके पर पूर्व की स्मारिका शिवम सुंदरम, एसडीओ विधायक केदारनाथ प्रसाद, एसएसपी राकेश कुमार, डीडीसी आशतोष द्विवेदी, आइएएस सारा अशरफ, जिप अध्यक्ष रीना पासवान और डिप्टी मेयर डॉ मोनालिसा, न्यास के सचिव एनके सिन्हा, सदस्य सुरेंद्र प्रसाद, सिटी एसपी सहित अन्य अधिकारी और गण्यमान्य मौजूद रहे।

उद्घाटन के बाद सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें वैष्णवी ने बाबा गरीबनाथ आयल छी दुअरिया और औघर शिवदानी भजनों से श्रोताओं को खूब झुमाया। इसके बाद सीतामढ़ी से आये स्कूल के कलाकारों ने शिव तांडव, शभु संगीत, नृत्य प्रस्तुत कर भक्तों का मन मोह लिया। छपरा से आयी स्निग्धा के भजनों के अलावा सोहन अग्रवाल और सोनू मुस्कान ने भी भजनों से भक्तों को खूब झुमाया। यह बिहार का सौभाग्य है कि बाबा के प्रति लोगों की आस्था बढ़ती ही जा रही हैं।

 

Share This Article
More from ReligionMore posts in Religion »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *