भागलपुर: बिहार के भागलपुर में हुसैनाबाद के कुरैशी टोला में 24 जून को हुए विस्फो’ट में एक 17 वर्षीय युवक की मौ’त हो गयी थी. इसके साथ ही, मामले में तीन लोग बुरी तरह से घा’यल हो गयी थे. इस कांड में पुलिस ने फरा’र चल रहे जिला के मोस्ट वां’टेड अप’राधी मो बाबर को भागलपुर पुलिस ने बुधवार शाम उसके घर से गि’रफ्तार कर लिया.
भागलपुर पुलिस ने इस बात की पुष्टि प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से की है. बताया जा रहा है कि उसकी तलाश कल्लू ह’त्याकांड में भी थी. विगत 22 फरवरी को अपराधियों ने जिस जगह जमीन कारोबारी इमरान उर्फ कल्लू की गो’ली मा’र कर ह’त्या कर दी थी. उक्त घ’टना से कुछ ही घंटे पहले ठीक उसी जगह पुलिस ने काफी संख्या में रखे बम को बरामद किया था. उक्त मामले में पुलिस ने अपने बयान पर करीब एक दर्जन अपरा’धियों के विरुद्ध केस दर्ज किया था.
मिली जानकारी के अनुसार स्निफर डॉग के साथ की जा रही छापेमारी के दौरान पुलिस एक घर में पहुंची. जहां पुलिस ने जांच शुरू की. इसी दौरान घर में सोए एक व्यक्ति से उसका नाम पूछा. युवक ने अपना नाम जैसे ही बाबर बताया मोजाहिदपुर थाना के पुलिस पदाधिकारियों के कान खड़े हो गये. पुलिस ने तुरंत उसका आप’राधिक इतिहास खंगाला. उसे पकड़ कर थाना लेकर आ गयी. जहां उसने मौलानाचक इलाके में 22 फरवरी को बरामद किये गये ब’म, मोजाहिदपुर थाना में दर्ज एनडीपीएस एक्ट और तातारपुर क्षेत्र में 2016 में दर्ज डकैती कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
माना जा रहा है कि गिर’फ्तार मो बाबर हुसैनाबाद विस्फो’ट मामले का भी संदेही अभियुक्त है. इसको लेकर एसआइटी देर रात तक उससे पूछताछ करती रही. छापेमारी के दौरान भागलपुर पुलिस की टीम ने इलाके के कुख्यात अ’पराधी रहमत कुरैशी और प्लॉटर ह’त्याकांड के आरो’पित मो शहंशाह के घर पर भी छापेमारी की.
भागलपुर सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने बताया कि वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर बम, विस्फोटक की बरामदगी और ऐसे मामलों के वांछित अपरा’धियों की गिर’फ़्तारी के लिए एसआइटी का गठन किया गया है. पुलिस ने मोजाहिदपुर के वि’स्फोटक अधिनियम के फरार अभियुक्त की गिर’फ्तारी की है. इसके अलावा कई अन्य अपराधियों के घर पर भी छापेमारी की है. यह अभियान नियमित रूप से चलाया जायेगा.
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