पटना: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जमीन के बदले नौकरी के कथित घो’टाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी 68 वर्षीय राबड़ी देवी इस मामले में धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज करा रही हैं।
लालू के पुत्र, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और सांसद बेटी मीसा भारती से हाल के दिनों में संघीय एजेंसी ने इस मामले में पूछताछ की है. धन शोधन का मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी से निकला है. ईडी ने कुछ समय पहले इस मामले में छापेमारी की थी और एक करोड़ रुपये की ‘‘बेहिसाब नकदी’’ जब्त की थी तथा अपराध से अर्जित 600 करोड़ रुपये की आय का पता लगाया था. कथित घो’टाला उस वक्त हुआ था जब लालू प्रसाद संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के पहले कार्यकाल में रेल मंत्री थे।
आरो’प है कि 2004-09 की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह ‘डी’ के पदों पर विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया और इसके बदले संबंधित व्यक्तियों ने अपनी जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को हस्तांतरित की थी।
क्या है ये घोटाला
नौकरी के बदले जमीन का ये घोटाला रेलवे की भर्ती से जुड़ा हुआ है. लालू प्रसाद यादव पर आ’रोप हैं कि उन्होंने साल 2004 से 2009 तक यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहते हुए लोगों को जमीन के बदले नौकरी दी थी. आरोप हैं कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने बिना किसी विज्ञापन को जारी किये कई लोगो को ग्रुप डी की नौकरी दी थी. इन लोगों को जबलपुर, मुंबई, छत्तीसगढ़ और जयपुर आदि जगहों जॉइनिंग मिली थी.
Be First to Comment