जमुई: बिहार के लाल विक्की पांडेय को शौर्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अदम्य साहस का परिचय दिया है। वीरता के लिए उन्हें इस सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। बरहट प्रखंड के मलयपुर गांव के रहने वाले विक्की कुमार पांडेय सीआरपीएफ में उप कमांडेंट हैं। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया। झारखंड में नक्सलियों से मुठभेड़ में अदम्य साहस का परिचय देने के लिए विक्की पांडेय को यह सर्वोच्च सम्मान मिला है।
मंगलवार देर शाम को राष्ट्रपति भवन में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीआरपीएफ के उप कमांडेंट विक्की कुमार पांडेय को शौर्य चक्र मेडल से सम्मानित किया। विक्की कुमार पांडेय को वीरता के सर्वोच्च सम्मान शौर्य चक्र दिए जाने के बाद उनके परिवार और पैतृक गांव मलयपुर में खुशी की लहर है।
बता दें कि झारखंड के गुमला में 15 जुलाई 2021 कोबरा कमांडो और न’क्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। जिसका नेतृत्व विक्की पांडेय कर रहे थे। कोबरा कमांडो और नक्स’लियों के बीच भीषण मुठभेड़ में 15 लाख के इनामी कुख्यात न’क्सली बुद्धेश्वर उरांव को मार गिराया था। इस दौरान विक्की पांडेय गुमला के घने जंगलों में लगभग 4 किलोमीटर तक न’क्सलियों को खदड़ते रहे जिससे न’क्सलियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था।
विक्की पांडेय के पिता रामाकांत पांडेय बिहार पुलिस के रिटायर्ड दारोगा हैं। उन्होंने बताया कि उनके बेटे विक्की को मिला यह सम्मान जिले के युवाओं को प्रेरित और उत्साहित कर रहा है। वही छोटे भाई अंकित कुमार ने बताया कि वीरता के शौर्य चक्र सम्मान मिलने से पूरे जिले में खुशी की लहर है। वे मेरे आदर्श हैं। उन्हीं से प्रेरणा लेकर आज हम भी प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रहे हैं।अंकित पांडेय ने बताया हमारे घरों में तीन पुस्त से पुलिस में सेवा दी जा रही है। पहले दादा और पापा अब भईया देश की सेवा कर रहे हैं। विक्की कुमार पांडेय साल 2009 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर सीआरपीएफ में विक्की पांडेय सहायक कमांडेंट बने। वर्तमान में इनकी तैनाती ग्रुप केंद्र जमशेदपुर में की गयी है।
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