नालंदा: बिहार में परीक्षा चाहे कोई भी हो इसमें कुछ ना कुछ लापरवाही जरूर होती है, जिससे ये परीक्षाएं पूरे देश में चर्चा का विषय बन जाती है. इस समय प्रदेश में इंटर की परीक्षा चल रही है. जहां से रोजाना परीक्षा सेंटर में हंगामे और नकल कराने की तस्वीर सामने आ रही है.
लेकिन इस बार जो खबर सामने आई है, वो बीएसईबी की बड़ी लाप’रवाही का नतीजा है. जिसमें एक छात्र को छात्रा बना दिया गया. 12वीं क्लास के इस छात्र के एडमिट कार्ड पर लिंग के कॉलम में पुरुष की जगह महिला लिखा हुआ था. इसी वजह से उसका एग्जाम सेंटर लड़कियों के बीच पड़ गया.
दरअसल 2 फरवरी को नालंदा जिले के ब्रिलियंट स्कूल परीक्षा सेंटर पर एक लड़का बेहोश हो गया था. बताया जाता है कि जब वो परीक्षा देने एग्जामिनेशन हॉल में पहुंचा, तो वहां उसके सिवा कोई और मेल परीक्षार्थी मौजूद नहीं था. चारों तरफ लड़कियां ही लड़कियां थी. ये मंजर देखकर वह काफी घबराया गया. अपने आस-पास 500 लड़कियों को देखकर वो नर्वस हो गया और फिर उसे कुछ होश ना रहा. घबराहट के कारण उसे बुखार भी आ गया और वो बेहोश हो गया.
बीएसईबी की बड़ी लाप’रवाही के कारण छात्र मनीष शंकर प्रसाद मैथ्स की परीक्षा नहीं दे सका. छात्र के परिजनों का कहना है कि मनीष शंकर प्रसाद परीक्षा केंद्र में एक मात्र पुरुष स्टूडेंट था, जब उसने इतनी बड़ी संख्या में छात्राओं को देखा तो वह घबरा गया और फर्श पर बेहोश होकर गिर पड़ा. बाद में छात्र को स्कूल प्रशासन की मदद से आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आपको बता दें कि बिहार में बुधवार 1 फरवरी 2023 से हायर सेकेंडरी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गईं हैं, इस बार इंटर की परीक्षा में कुल 13 लाख 18 हजार 227 विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं. इनमें 6 लाख 36 हजार 432 लड़कियां और 6 लाख 81 हजार 795 लड़के शामिल हैं. इसके लिए 1464 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इंटर का एग्जाम जारी है।
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