पटना: रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के दिए गए बयान पर रोष व्याप्त है और अब शिक्षा मंत्री के साथ आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद को भी लपेटे में ले लिया गया है। उनपर भी मामले दर्ज हो रहे हैं। गुरुवार को जगदानंद सिंह पर मुंगेर व्यवहार न्यायालय में नालसी वाद दायर किया गया। हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष भावेश चौधरी ने यह दायर किया है।
हिंदू जागरण मंच मुंगेर के विधि प्रमुख आशीष कुमार ने कहा कि रामायण को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ कहकर सनातन धर्म का अपमान किया गया है। परिवादी भावेश चौधरी और सनातन समाज के लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है। इसी मामले में मुंगेर के व्यवहार न्यायालय में बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ नफरत फैलाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले बयान के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है।
जगदानंद के खिलाफ मुकदमा दायर
हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष भावेश चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा हिंदू धर्म ग्रंथ रामायण को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ कहा गया है. इससे सनातन धर्म पर आस्था रखने वालों की धार्मिक आस्था को आघात पहुंचा है. इस विषय पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी शिक्षा मंत्री के विवादित बयान पर अपना समर्थन किया। इससे आघात होकर दोनों के खिलाफ व्यवहार न्यायालय मुंगेर में मुकदमा दायर किया है।
शिक्षा मंत्री के खिलाफ कई जिलों में परिवाद दायर
बता दें शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ बिहार के कई जिलों में अलग-अलग परिवाद दायर हो चुका है। अब जगदानंद सिंह पर भी हो रहा है। रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान पर आरजेडी चंद्रशेखर के साथ खड़ी है। जगदानंद ने शिक्षा मंत्री के रामचरितमानस को नफरती ग्रंथ बताने का समर्थन किया था। जिसके बाद से सियासत भी जारी है।
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