पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मंगलवार देर रात कड़ाके की ठंड में पटना की सड़कों पर निकले और विभिन्न रैन बसेरा एवं आश्रयणी का निरीक्षण किया। तेजस्वी ने रैन बसेरा में रह रहे लोगों से बात की और वहां की सुविधाओं का जायजा लिया।
उन्होंने बताया कि कड़ाके की सर्दी गरीब लोगों के लिए समस्या उत्पन्न न हो, इसलिए राज्य सरकार ने रैन बसेरों और निःशुल्क अस्थायी आश्रय स्थलों के इंतजाम किए हैं। डिप्टी सीएम ने सड़क किनारे फुटपाथ पर सोए गरीब और जरूरतमंदों को ठंड से बचने के लिए कंबल भी बांटे।
तेजस्वी यादव ने देर रात राजधानी पटना में रैन बसेरों और अस्थायी आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां पाई गई कमियों को तुरंत दूर करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। डिप्टी सीएम ने रैन बसरों और आश्रय स्थलों में रह रहे लोगों से बातचीत की और उनकी अपेक्षाओं के बारे में जाना।
तेजस्वी ने कहा कि कड़ाके की ठंड में सिर पर छत नहीं होने से कई लोग बीमार होकर जान गंवा देते हैं। राज्य सरकार ने ऐसे लोगों को आश्रय देने के लिए रैन बसेरे बनाए हैं। जहां शौचालय, पानी से लेकर कंबल-बिस्तर की उचित व्यवस्था मुहैया कराई गई है।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के रहने का इंतज़ाम कर दिया है। साथ ही कई जगहों पर शौचालयों की भी व्यवस्था की गई है। तेजस्वी ने बताया कि गरीबों के लिए पीने का पानी, ज़रूरी सामान रखने के लिए सभी लोगों के लिए अलग-अलग बक्से से लेकर कई अन्य व्यवस्था कर दिए गए हैं।
इतना ही नहीं, तेजस्वी यादव ने इन गरीबों को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा है ताकि इनके साथ कुछ गलत न हो सके। तेजस्वी यादव ने लोगों को एक बार फिर अपने पिता लालू यादव की याद दिला दिला दी। लालू भी इसी तरह गरीबों की मदद किया करते थे और उन्हें गरीबों का मसीहा भी कहा जाता है।
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