सहरसा: एक कैदी की जेल में मौ’त हो गई। मौ’त के बाद परिजनों ने ज’मकर बवाल मचाया। उन्होंने कैदी की ह’त्या का आरो’प लगाया है। मंडल कारा में बंद विचाराधिन कैदी सेठो सादा उर्फ धर्मेंद्र सादा की मौ’त हो गयी। देर रात जेल में बंद बंदी सेठो सादा की तबीयत अचानक बिगड़ी, जिसके बाद जेल में मौजूद डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिये सदर अस्पताल भेजा, जहां अस्पताल आने के दौरान रास्ते में ही बंदी ने द’म तो’ड़ दिया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने बंदी को देखते ही मृ’त घोषित कर दिया। बंदी की मौ’त को लेकर परिजनों संग पिता उपेंद्र सादा ने जेल प्रबंधन पर बेटा को साजिशन ह’त्या कर देने का गं’भीर आरो’प लगाते हुए जांच की मांग कर श’व को पोस्टमार्टम के लिये ले जाने से रोक दिया।
परिजनों का कहना था कि जेल प्रशासन के द्वारा उन्हें गुमराह कर जानकारी दी गयी। रात में ही मौ’त हो जाने की सूचना जेल से किसी कैदी के द्वारा पिता को मिल गयी थी। लेकिन मौ’त की सूचना जेल प्रशासन द्वारा उन्हें सुबह तक नहीं देकर तबीयत खराब होने की बात कह सदर अस्पताल पहुंचने को कहा गया। अस्पताल पहुंचने पर बेटे के श’व को देख परिजनों ने जेल प्रशासन पर पी’टकर ह’त्या किये जाने का आ’रोप लगाते हुये घंटों तक श’व को पोस्टमार्टम के लिये ले जाने से रोक दिया। इस दौरान श’व को देखने पहुंची भीड़ के कारण अस्पताल परिसर में घंटो अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
परिजनों ने श’व की वीडियोग्राफी के साथ डॉक्टरों की टीम द्वारा श’व का पोस्टमार्टम कराने की मांग की। जिसके बाद प्रशासन ने परिजनों को समझा बुझाकर मांग को मानते हुये पूरी प्रक्रिया का वीडियोग्राफी कर श’व को पोस्टमार्टम के लिये भेजा।
इधर मामले को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे जेलर पंकज कुमार से पूछे जाने पर बताया कि अचानक रात में बंदी की तबीयत बिगड़ी थी, ईलाज के लिये सदर अस्पताल लाया गया था। जहां अस्पताल पहुंचते ही कैदी ने द’म तो’ड़ दिया। हलांकि कैदी की मौ’त किस कारण से हुई है, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पायेगा। फिलहाल पुलिस श’व को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज आगे की कार्रवाही में जुट गई है।
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