सीतामढ़ी: बिहार में एक तरफ स्वास्थ विभाग द्वारा सुविधाओं में बढ़ोतरी को लेकर नई- नई योजनाएं चलाई जा रही है। लेकिन, इसके बाबजूद आए दिन कहीं न कहीं से इस विभाग से जुड़ी लापरवाही का मामला आता रहता हैं। मामला बिहार के सीतामढ़ी से जुड़ा हुआ है। जहां एक आंगनवाड़ी केंद्र पर टिका लगने के बाद एक दुधमुहें बच्चे की मौ’त हो गई है। जिसके बाद आंगनबाड़ी केंद्र पर लोगों ने जमकर हंगामा किया है। मिली जानकारी के अनुसार, सीतामढ़ी में आंगनबाड़ी केंद्र पर टीका लगने के बाद 1 महीने 11 दिन के मासूम की जा’न चली गई है। यह मामला डुमरा प्रखंड के जानकी स्थान राइन टोला के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 18 की बताई जा रही है। यहां अनिल प्रसाद नामक शख्स अपने बच्चे को आंगनवाड़ी केंद्र पर टीका लगवाने आया था। जहां IPV 1 यानी निष्क्रिय पोलियो वायरस का टीका लगाया गया। जिसके बाद बच्चे को घर लाया गया और रात को उसकी तबियत बिगड़ने लगी। इसके बाद मासूम की मौ’त हो गई। इसके बाद लोगों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र पर जम’कर हंगा’मा और प्र’दर्शन किया है।
बताया जा रहा है कि, आंगनवाड़ी केंद्र पर टीका लगने के कुछ ही घंटो बाद तबियत बिगड़ने लगी और फिर टीका लगने के 24 घंटे के अंदर बच्चे की मौ’त हो गई है। इससे पहले मासूम को कोई बीमारी नहीं थी और वह पूरी तरह स्वस्थ था। इस आंगनवाड़ी केंद्र का नाम मोहम्मद मोहिबुल हक आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 18 है। जहां सेविका के तौर पर गुलशन खातून तथा सहायता के तौर पर गीतादेवी कार्यरत है।
इधर, इस बच्चे की मौ’त होने के बाद के बाद मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी एके झा ने इस मामले में कहा है कि, यह मालूम किया जा रहा है कि आखिरकार बच्चे के मौ’त की वजह क्या है। इसके लिए बच्चे का पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद ही सही बात सामने आएगी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, जो टिका पड़ना था उसे दो दिन पहले दिया गया था। इसे कई अन्य बच्चों को भी दिया गया है। लेकीन, अब यह मामला सामने आया है तो इस पर जांच की जाएगी। वहीं, इस मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस टीम भी पहुंच गई है। जबकि, एक माह के 11 दिन के मासूम की मौ’त से परिवार में मा’तम और कोहराम दोनों कायम है।
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