बिहार में बाढ़ एक बार फिर क’हर बरपा रहा है। गोपालगंज में हालात ज्यादा ख’राब हैं। जिले के सिधवलिया प्रखंड के बंजरिया- शीतलपुर गांव के समीप सोमवार को गंडक का रिंग बांध करीब तीस फुट में टूट गया। जिससे नदी का पानी शीतलपुर व बंजरिया गांवों में फैलने लगा है। हालांकि गंडक के जलस्तर में कमी से पानी का बहाव ज्यादा नहीं है। बांध के टूटने से रमपुरवा, डुमरिया, रामचंद्रपुर, वृत्तियां टोला, बलरा, हसनपुर, सलेमपुर गांवों पर भी बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। बांध में रविवार की सुबह से ही रिसाव हो रहा था। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी इसके बाद रिसाव को बंद करने में जुटे थे।
बांध को बचाने के लिए रविवार को रात भर बचाव कार्य चलाया गया। लेकिन सुबह में अचानक तेज रिसाव के साथ बांध टूट गया। बांध के ध्वस्त होने से आसपास के गांवों में अफरा-तफरी की स्थिति है। शीतलपुर, बंजरिया सहित कई गांवों के लोग अपना बोरिया-बिस्तर समेटने लगे हैं। 50 से अधिक परिवार गांव के प्राथमिक विद्यालय में शरण ले रहे हैं। डीएम के निर्देश पर एनडीआरएफ की टीम बंजरिया पहुंच गई है।
डीडीसी ने लगाई अधिकारियों को फटकार
बांध टूटने की सूचना पर पहुंचे डीडीसी अभिषेक कुमार ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि बांध टूटने के मामले की जांच की जाएगी। जांच के बाद दोषी कर्मियों एवं अधिकारियों के खिलाफ विभागीय स्तर से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को बचाव कार्य को लेकर कई आवश्यक निर्देश दिए।
शीतलपुर गांव में पसरा रहा बाढ़ का पानी
जिले के सिधवलिया प्रखंड के शीतलपुर गांव में बाढ़ का पानी तेजी से पसर रहा है। दोपहर तक कई परिवार बाढ़ की चपेट में आ गए। हालांकि पानी का प्रवाह कम है। बाढ़ प्रभावित गांवों में अधिकारियों की टीम ने पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ पी’ड़ितों को हर-संभव सहायता एवं सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
ड्रोन कैमरे से स्थिति पर रखी जा रही नजर
बांध टूटने के बाद ड्रोन कैमरे के सहारे बाढ़ प्रभावित इलाके का जायजा लिया जा रहा है। ताकि राहत एवं बचाव कार्य में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। शीतलपुर-बंजरिया तटबंध टूटने से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। तटबंध टूटने के बाद पानी का बहाव देख आसपास के लोग भयभीत हो गए थे। लेकिन जब ग्रामीणों को सूचना मिली कि गंडक नदी में के जलस्तर में कमी आ गई है। तब लोगों ने राहत की सांस ली।
डीएम ने दौरा कर स्थिति का लिया जायजा
सिधवलिया प्रखंड के बंजरिया- शीतलपुर गांव के समीप रिसाव के बाद टूटे तटबंध की जांच करने डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी भी पहुंचे। उन्होंने तटबंध टूटने की जानकारी ग्रामीणों से ली। जांच के दौरान ग्रामीणों ने बाढ़ नियंत्रण विभाग पर बचाव कार्य में कोताही बरतने की बात कही। जिस पर डीएम ने संबंधित पदाधिकारियों को फटकार लगाई। कहा कि शीघ्र बांध का निर्माण कार्य पूरा होगा। उन्होंने स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। डीएम के निरीक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख भी मौजूद थे।
बाढ़ प्रभावित गांवों में सर्पदंश की हो रहीं घटनाएं
प्रखंड के बाढ़ प्रभावित इलाके में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ती जा रही है। बाढ़ के पानी में बहकर आए पहाड़ी सांपों के भय से ग्रामीणों में दहशत है। पिछले 48 घंटों के दौरान सरकारी अस्पताल में सर्पदंश से पीड़ित दस लोगों को भर्ती कराया जा चुका है। हालांकि इलाज के बाद सभी पी’ड़ितों को ठीक कर घर वापस भेजा गया है। बाढ़ पीड़ितों ने प्रत्येक पंचायत में मेडिकल टीम की व्यवस्था करने की गुहार लगाई है। ताकि समय पर उनका समुचित इलाज हो सके।
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