भागलपुर में गुंडा बैंक संचालकों पर आयकर विभाग का शिकंजा कसता जा रहा है। विभाग ने उनके बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है। चार बैंक लॉकरों को गुरुवार को खोला गया। ये सभी लॉकर वहीं के अलग-अलग बैंकों में थे। इन लॉकरों से कई अहम दस्तावेज और कुछ महत्वपूर्ण सामान भी मिले हैं। फिलहाल इन सभी दस्तावेजों की जांच चल रही है, इसके बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इसमें क्या है और ये कितने महत्वपूर्ण हैं।
फिलहाल आयकर विभाग के अधिकारी जब्त सभी कागजात की पड़ताल में जुटे हैं। ये लॉकर मनीष जालान, राकेश शर्मा समेत अन्य लोगों के हैं। इन लॉकरों को खोलने के लिए पटना से गई आयकर विभाग की विशेष टीम सभी दस्तावेजों के साथ वापस लौट आई है।
गुंडा बैंक संचालकों के ठि’कानों पर पिछले महीने हुई थी छा’पेमारी
बता दें कि 24 से 28 अगस्त तक भागलपुर में जिन लोगों के ठिका’नों पर कार्रवाई के दौरान घर के लॉकर, बैंक लॉकर, अलमीरा, खाता आदि सील किए गए थे, उन सभी की जांच शुरू कर दी गई है। भागलपुर में गुरुवार की सुबह राकेश शर्मा के घर पर आयकर विभाग के अधिकारियों और कर्मियों की टीम पहुंची। शाम में पूर्व डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के ठिकानों पर भी टीम पहुंची। देर रात तक उनके घर पर आयकर विभाग की टीम जांच में जुटी थी। गुरुवार को ही सुल्तानगंज में भी शिवम चौधरी के ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम पहुंची। इससे पहले बुधवार को राजेश वर्मा के एक और करीबी रवि जालान के ठिकानों पर भी टीम जाकर जांच कर चुकी है।
राजेश वर्मा के घर पर टीम ने अगस्त महीने में हुई कार्रवाई के दौरान लॉकर को सील किया था। इसके अलावा जांच की जद में आए लोगों के कई बैंक खातों को भी सील किया गया था। उन बैंक खातों की भी आयकर विभाग ने जांच शुरू कर दी है। नगदी, आभूषण, जमीन की खरीद-बिक्री के दस्तावेज और अन्य सामान के मिलने की बात सामने आ रही है, जिसकी कीमत करोड़ों में है। सुल्तानगंज में टीम के अधिकारी ने जांच की जद में आए शख्स से लैपटॉप भी उपलब्ध कराने को कहा।
Be First to Comment