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बिहार विश्वविद्यालय में हजारों छात्रों का बदला जेंडर: मेल के जगह हो गया अदर्स, सुधार का दिया जाएगा मौका

बिहार के मुजफ्फरपुर में हजारों छात्रों का जेंडर बदल गया है। मेल से वे ट्रांसजेंडर हो गए। जिसके बाद बिहार विश्वविद्यालय में हड़’कंप मच गया। बताया जा रहा कि स्नातक पार्ट 1 के कई हजार छात्रों का जेंडर बदला। स्नातक आवेदन फार्म में मेल फिमेल की जगह अदर्स भर दिया है।

Bihar University has to give the result in one year, the process of  enrollment is going on for nine months, know the whole matter - बिहार  विश्वविद्यालय को एक साल में देना

 

इधर, एग्जाम कंट्रोल ने कहा साइबर कैफ़े से फॉर्म भरने मे गड़बड़ी हुई है। इसका खुलासा तब हुआ, जब इन छात्रों के आवेदन फॉर्म कॉलेजों में नामांकन के लिए भेजे गये। वहां जिन छात्र-छात्राओं के आगे अदर्स लिखा था, वह लड़का या लड़की निकल रहे थे। इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के जेंडर बदलने से कॉलेज और विवि भी सकते में है।

बिहार विवि के एग्जाम कंट्रोलर डॉ संजय कुमार सिंह ने बताया कि आवेदन फॉर्म भरते समय यह गलती हुई है। विद्यार्थी आकर शिकायत कर रहे हैं कि साइबर कैफे वालों ने हमारे फॉर्म में गलती कर दी और जेंडर के आगे अदर्स भर दिया। बिहार विवि में पहली मेरिट लिस्ट के लिए 60 हजार आवेदन थे, इनमें 36 हजार 10 छात्राएं और 25 हजार 873 छात्र शामिल थे।

जिन छात्र-छात्राओं के आवेदन में गलती हुई उन्हें सुधार का मौका दिया जायेगा

इसके लिए पोर्टल खोलकर एडिट का अवसर दिया जायेगा। साथ ही छात्रों से भी आग्रह है की खुद से ही एडमिशन फॉर्म भरे ताकि गलती न हो। बिहार विवि के यूएमआईएस को-आर्डिनेटर प्रो. टीके डे का कहना है कि आवेदन फॉर्म भरते समय यह गलती हुई है। विद्यार्थी आकर शिकायत कर रहे हैं कि साइबर कैफे वालों ने हमारे फॉर्म में गलती कर दी और जेंडर के आगे अदर्स भर दिया। बिहार विवि में पहली मेरिट लिस्ट के लिए 60 हजार आवेदन थे, इनमें 36 हजार 10 छात्राएं और 25 हजार 873 छात्र शामिल थे।

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