झारखंड में एक बाबा को जब’रन युवती का हाथ पकड़ना और उसे आश्रम ले जाने की जिद काफी महंगा पड़ गया. घटना गिरिडीह जिले की है जहां के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के सोनबाद में आश्रम के स्वामी और आदिवासी लड़की के बीच प्रेम प्रसंग के मामले को लेकर जमकर हं’गामा हुआ. दरअसल देवघर के एक आश्रम के उदय महाराज अनीता मुर्मू नामक युवती को जबर्दस्ती हाथ पकड़ कर अपने साथ आश्रम ले जा रहे थे, इसी बीच हॉस्टल के लगभग 50 की संख्या में छात्रों की नजर पड़ गई.
फिर क्या था, सभी ने जमा होकर हंगामा किया और आश्रम के उदय महाराज की पि’टाई कर दी. इस बीच स्थानीय मुखिया और ग्रामीणों की मदद से महाराज को आदिवासी युवकों के चंगुल से बचाया गया जिसके बाद बेंगाबाद थाना को सूचना देकर मामले को जांच पड़ताल के लिए सुपुर्द कर दिया गया. बताया जाता है कि उदय महाराज के आश्रम में युवती 2013 से रहते आ रही थी. वहां पर वो कामकाज करती थी. इसी दौरान महाराज और युवती एक दूसरे के संपर्क में आए.
युवती को पढ़ने लिखने का थोड़ा बहुत खर्च भी दिया करते थे और एक बार इलाज भी करवाया था. अब युवती उस आश्रम में नहीं रहना चाहती है लेकिन उदय महाराज युवती को जबरन पकड़ कर ले जा रहे थे जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ. हालांकि पुलिस ने उदय महाराज और महिला को अपने कब्जे में ले लिया है पुलिस पूछताछ कर आगे की जांच पड़ताल में जुट गई है.
इस मामले को लेकर आश्रम के बाबा ने कहा कि अनीता और उनके बीच शादी भी हो चुकी है और पिछले कई वर्षों से साथ रह रहे हैं. अनीता को एक बार टीबी की बीमारी हुई थी जिसका इलाज बाबा ने रांची में करवाया. फिर दोनों शादी करके साथ रह रहे थे. इसी दौरान दोनों में कुछ अनबन हुई और बाबा ने अनीता की पिटाई कर दी जिससे अनीता के घरवाले रूठ कर अनीता को अपने घर ले आए और अब वह यहां से नहीं जाना चाहती है.
इस मामले को लेकर अनीता मुर्मू का कहना है कि हमारे बीच शादी नहीं हुई है. बाबा जबरन उसे अपने साथ ले जा रहे हैं, जबकि वह आश्रम में अब नहीं रहना चाहती है. हालांकि अनीता ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि उन्हें टीबी की बीमारी हुई थी जिसका इलाज बाबा ने ही करवाया लेकिन शादी की बात को अनीता ने इंकार कर दिया और कहा कि जबरन बाबा ने एक बार उनके मांग में सिंदूर भर दिया था. हालांकि अब अनीता अपने घर में ही रहना चाहती है और आश्रम नहीं जाना चाहती है.
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