सीतामढी के सुरसंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ध’ड़ल्ले से फ’र्जीवाड़ा किया जा रहा हैं। कर्मी भी कह रहे हैं कि टारगेट पूरा करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। दरअसल, सुरसंड में कोरोना का प्रिकॉशन डोज लिए बिना सैकड़ों लोगों के मोबाइल पर मैसेज मिल चुका है कि आप वैक्सीनेट हो चुके है।
ऐसे मैसेज पिछले एक महीने से सुरसंड के लोगों को मिल रही है। यह फ’र्जी मैसेज सिर्फ आमलोगों को ही नही। दूसरे प्रखंड में कार्यरत स्वास्थ्य विभाग के कर्मी और डॉक्टरों को भी मिली है। जो सुरसंड के रहने वाले है। लोगों का कहना है बिना प्रिकॉशन डोज लिए मैसेज आ गया है। और अब डोज लेने के लिए जा रहे है। तो आनाकानी भी किया जा रहा है।
सैदपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिपिक विनोद कुमार ने बताया कि मैं 10जनवरी को कोविड पॉजिटिव हो गया था। निर्देशानुसार नेगेटिव होने के 90 दिनों के बाद प्रिकॉशन डोज लेना है। परंतु 12 फरवरी को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुरसंड द्वारा फर्जीवाड़ा करते हुए मुझे वैक्सीनेट कर दिया गया। गलत वैक्सीनेट करने के कारण अब प्रिकॉशन डोज से वंचित हूं। इसकी शिकायत डीएम से लेकर स्वास्थ्य विभाग के सचिव तक कर चुके है। चार महीने बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नही हुई है।
इस संबंध में जब पीएचसी के प्रभारी से पूछा गया तो उन्होंने टाल मटोल कर दिया और कुछ स्पष्ट जानकारी नहीं दी। उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है। सारे कर्मी को सूची दिया जाता है उसके अनुसार ही काम किया जाता है। कहा कि आज 800 लोगों को वैक्सीन दिया गया है। जब इसकी सत्यता की जानकारी डाटा ऑपरेटर से लिया तो उसके बताया की 52 लोगों की इंट्री की गई है। लेकिन हकीकत में चार हो लोग को सुई दी गई है। डाटा ऑपरेटर ने साफ तौर पर यह स्वीकार किया है कि फर्जी रिपोर्ट बनाए जाते हैं। हमें ऊपर से सूची दी जाती है कि इतना का टारगेट है हर हाल में उसे पूरा करना है। चाहे डोज ले या न ले। ऐसे में लोगों के जिंदगी के साथ यहां के स्वास्थ्य कर्मी खिलवाड़ कर रहे है।
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