नवादा जिले के रोह थाना क्षेत्र के महकार जंगल के समीप से पुलिस ने ह’थियार के साथ चार अपरा’धियों को गि’रफ्तार कर लिया। गि’रफ्तार अपरा’धियों के पास से तीन देसी कट्टा, बारह कारतूस और एक खोखा बरा’मद किया है।
गि’रफ्तार अपरा’धियों में महाकार गांव के रहने वाले कैलाश यादव का पुत्र नीतीश कुमार, स्वर्गीय दशरथ महतो का पुत्र विकास कुमार, गोविंद यादव का पुत्र बिंदी यादव वही कादिरगंज बाजार के स्वर्गीय रामचंद्र यादव का पुत्र शंभू यादव, सभी कुख्यात अपराधी को नवादा के एसपी के दिशा निर्देश पर विशेष टीम गठन कर धर दबोचा गया है।
हथि’यार व गो’ली से लै’स सभी अपरा’धियों के द्वारा एक बड़ी घ’टना को अंजाम देने का फराक में था। चारों अप’राधी कुख्यात छोटू यादव गिरोह से जुड़े हुए हैं। कुख्यात बदमा’श छोटू यादव की भी तलाश में पुलिस जुटी है।
गौरतलब है कि डेढ़ माह पूर्व छोटू यादव पुलिस अभिरक्षा में इलाज के दौरान नवादा सदर अस्पताल से भाग गया था। वह रोह की वर्तमान प्रखंड प्रमुख रिंकू देवी के पति सुनील यादव उर्फ गोंगा की ह’त्या के आरो’प में नवादा मंडल कारा में बंद था।
सदर अस्पताल से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए हैं। पुलिस की आशंका है कि इन अपराधियों का सरगना छोटू यादव ही है। जिसे पुलिस ढूंढ रही है।
बता दें कि महाकार गांव की कहानी खूनी दुनिया से रही है इस गांव में अपराधियों का काफी बोलबाला है एक चंदन गिरोह तो दूसरा छोटू गिरोह का जबरदस्त दहशत कायम किया जाता है। दोनों के बीच पूरे गांव में खूनी संघर्ष दर्जनों बार खेला गया है। अब सवाल तो यही उठता है कि डेढ़ महीना पहले भागे कुख्यात अपराधी को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाए।
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