बिहार के कई जिलों में इस मॉनसून सीजन सामान्य से कम बारिश होने से सूखे के हालात पैदा हो गए हैं। धान समेत अन्य खरीफ फसलों की खेती पर इसका बुरा असर पड़ा है।
खेतीहर मजदूरों को काम मिलना बंद हो गया है। ऐसे में अब मजदूरों का दूसरे राज्यों में पलायन शुरू हो गया है। रोहतास जिले में मजदूर काम की तलाश में बाहर की ओर रुख कर रहे हैं।
जिले के नौहट्टा प्रखंड में सूखे से बुरे हालात हैं। इससे खेती का काम प्रभावित हुआ है। मनरेगा योजना के तहत काम भी लगभग ठप पड़ा हुआ है।
ऐसे में दिहाड़ी मजदूरों के सामने अपने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। प्रखंड के विभिन्न गांवों से बड़ी संख्या में मजदूर काम की तलाश में दूसरे शहरों की ओर निकल पड़े हैं। रोजाना मजदूरों का समूह पलायन कर रहा है।
काम की तलाश में दूसरे राज्यों में जा रहे मजदूरों का कहना है कि सरकार की ओर से अभी तक सिंचाई का बंदोबस्त नहीं हो पाया है। बारिश नहीं होने से धान की पैदावार की संभावना भी नहीं नजर आ रहा है। ऐसे में खेतों में काम नहीं मिल पा रहा है।
मनरेगा योजना के तहत भी काम लगभग बंद है। ऐसे में परिवार का पेट पालने के लिए उनके सामने पलायन की एकमात्र विकल्प है। वहीं, पीओ रमेश प्रसाद का कहना है कि प्रखंड में चार अमृत सरोवर का काम चल रहा है, जिसमें कुछ मजदूरों को काम दिया जाएगा।
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