बिहार में मॉनसून संबंधी गतिविधियों के फिर से सक्रिय होने से राज्य में बारिश का दौर शुरू हो गया है। इस बीच वज्रपात से सूबे में कहर टूटना भी शुरू हो गया है।
बुधवार को 24 घंटे के भीतर राज्य में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 8 लोगों की जान चली गई। सबसे ज्यादा सारण जिले में दो लोगों की ठनका गिरने से मौत हुई। वहीं, सीवान, नालंदा, बेगूसराय, गया, खगड़िया और समस्तीपुर जिले में एक-एक शख्स की जान गई।
सारण जिले के बनियापुर में बुधवार को खेत में काम कर रहे दो लोगों पर ठनका गिर गया। इससे उनकी मौत हो गई।बेगूसराय जिले के नावकोठी में भी खेत में काम करते समय वज्रपात की चपेट में आने से एक शख्स की जान चली गई।
वहीं, नालंदा में 12 साल के बच्चे की ठनका से मौत हो गई, तो खगड़िया में पशु चराने गए 18 साल के युवक ठनका की चपेट में आ गया। सीवान जिले के बसंतपुर, गया जिले के बथानीचक और समस्तीपुर में भी एक-एक शख्स की मौ’त हुई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभिन्न जिलों में वज्रपात की वजह से हुई मौतों को लेकर दुख जताया है। सीएम ने मृतकों के परिजन के प्रति शोक व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने आश्रितों को जल्द ही 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री नीतीश ने लोगों से खराब मौसम के दौरान सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि वज्रपात के दौरान घरों में ही रहें, या बाहर हो तो किसी पक्के मकान की शरण लें।
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