कहते हैं, गुरु का दर्जा माता-पिता से भी ऊपर होता है। लेकिन, एक शिक्षक ने आज तीसरी कक्षा के छात्र दीपांशु का भविष्य अधर में लटका दिया।
दरअसल, मामला मुजफ्फरपुर जिले के कांटी प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय रतनपुरा का है। इस स्कूल के शिक्षक पंकज कुमार ने दीपांशु के स्थानांतरण प्रमाण पत्र पर खराब आचरण लिखकर उसका टीसी काट दिया है। अब न तो उसका किसी अन्य स्कूल में एडमिशन होगा और न वह आगे की पढ़ाई कर पायेगा। यानी उसका भविष्य अब अधर में लटकता दिख रहा है। अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। ग्रामीणों में आक्रोश भी है। पीड़िता छात्र और उसके मामा बालेंद्र ने SDM वेस्ट से मिलकर आवेदन सौंपा है। न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
गांव के ही हैं शिक्षक
SDM को दिए आवेदन में बालेंद्र ने बताया कि शिक्षक उसी के गांव के रहने वाले हैं। कहा कि शिक्षक का हमलोगों के परिवार से सम्बन्ध बेहतर नहीं है। ग्रामीण होने के कारण थोड़ा बहुत किसी न किसी बात को लेकर विवाद चलता रहता है। इसे शिक्षक ने बड़ा मुद्दा बना लिया। और इसी खुन्नस में आकर बच्चे का टीसी काट दिया। इतना ही नहीं छात्र के अभिवावक का आचरण भी अभद्र बताया है। रसोइया के माध्यम से टीसी उनके घर पहुंचा। इसके बाद से छात्र मानसिक रूप से परेशान है।
दो सदस्यीय टीम का गठन
SDM वेस्ट ब्रजेश कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। शिक्षक को तत्काल इस तरह का फैसला नहीं लेना चाहिए था। इस मामले की जांच के लिए कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद कांति और अंचल अधिकारी की दो सदस्यीय टीम बनाई गई है। उन्हें पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसी आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने छात्र और उसके परिजन को आश्वस्त किया कि उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होगा।
स्कूल में आकर मारपीट करने का आरोप
इधर, स्कूल के शिक्षकों के कुछ शिक्षकों ने दबी जुबां में स्थानीय लोगों से बातचीत के दौरान बताया कि छात्र के परिजन स्कूल में आकर दूसरे छात्रों से मारपीट करते थे। मना करने पर उनलोगों के साथ भी अभद्र व्यवहार करते थे।
छात्र घर पर जाकर कुछ भी शिकायत कर देता था। इसके बाद उसके परिजन स्कूल में आकर हंगामा करने लगते थे। इसी से तंग आकर छात्र का स्कूल से टीसी काट दिया गया है। वहीं जब इस पूरे प्रकरण पर पक्ष जाने के लिए शिक्षक पंकज कुमार को कॉल किया गया तो उनका नम्बर स्विच ऑफ मिला।
Be First to Comment