बिहार में लड़कियों और महिलाओं के लिए माहमारी स्वच्छता पर रोडमैप तैयार किया गया है। बिहार देश का पहला राज्य है, जहां दो साल में लड़कियों को माहवारी में स्वच्छता अपनाने के साथ संक्रमण और सोच में परिवर्तन लाने के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है।
महिला एवं बाल विकास निगम लड़कियों और महिलाओं को माहवारी के दौरान स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए रोडमैप तैयार किया है। इसके लिए घर से लेकर स्कूल और सड़क से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक महिलाओं की निजता की सुरक्षा का माहौल बनाया जाएगा।
महिला एवं बाल विकास निगम की प्रबंध निदेशक हरजोत कौर ने बताया कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के अनुसार राज्य में 58 प्रतिशत महिलाएं माहवारी के दौरान स्वच्छता के रूप में सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करती हैं। दो साल की कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके तहत दो साल में 58 प्रतिशत को 75 प्रतिशत में तब्दील किया जाएगा।
इसके लिए सभी 11 विभागों का लक्ष्य तय कर दिया गया है। सबसे बड़ी भूमिका शिक्षा विभाग की है। 8वीं से लेकर 12वीं की छात्राओं के लिए सभी तरह के विद्यालयों में साफ-सफाई से लेकर सेनेटरी वेंडिंग मशीन के साथ पैड की व्यवस्था की जाएगी। स्कूल की शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
शिक्षिकाएं छात्राओं के मन के झिझक कम करने के साथ माहवारी स्वच्छता के लाभ बताएंगी। उन्होंने बताया कि माहवारी स्वच्छता पर बुकलेट भी तैयार किया गया है। माहवारी के साथ यूटीआई को भी रोडमैप में शामिल किया गया है।
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